इस बार हम बात करेंगे हिंद नगर वार्ड की और यहां की पार्षद नेहा सौरभ सिंह की व उनके प्रतिनिधि, पति व पूर्व पार्षद सौरभ सिंह की-
लखनऊ: हिंदनगर वार्ड घूमने और लोगों से बात करने पर हमें पता चला कि सौरभ सिंह ने पहले अपने और फिर पत्नी नेहा सौरभ सिंह के कार्यकाल में चार क्या, करीब चार सौ से भी ज्यादा कार्य करवाए होंगे, आइए जानते हैं सौरभ सिंह के बारे में-
सौरभ सिंह मूलरूप से लखनऊ के गाँव बल्दीखेड़ा के रहने वाले हैं. ग्रेजुएशन तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनका रुझान राजनीति की ओर बढ़ गया. वस्तुतः वह खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते थे, परन्तु पारिवारिक हस्तक्षेप के कारण उन्हें पीछे हटना पड़ा. वर्तमान में महिला सीट से उनकी पत्नी नेहा सिंह लखनऊ के हिन्द नगर वार्ड से पार्षद के रूप में कार्य कर रही हैं और सौरभ सिंह बतौर पार्षद प्रतिनिधि स्थानीय विकास कार्यों में उनका सहयोग कर रहे हैं. 27 वर्ष की आयु में अपने वार्ड से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले युवा के रूप में सौरभ सिंह का मुकाबला अन्य 33 प्रत्याशियों के साथ था, जिसमें विजयी होकर उन्होंने पार्षद का कार्यभार संभाला.
पिछले चुनावों में महिला प्रत्याशी के पद पर पत्नी को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया, जिसमें उन्हें विजय भी हासिल हुई. प्रारम्भ से ही घर का कोई व्यक्ति राजनीति में नहीं था, इस क्षेत्र में पहला कदम रख कर सौरभ सिंह ने अपना भविष्य स्वयं चुना, जिसमें पारिवारिक सहयोग भी उन्हें प्राप्त हुआ.
हिन्द नगर वार्ड से लगने वाले ग्राम की सभी प्राथमिक व्यवस्थाओं के लिए सौरभ सिंह सदैव कार्यशील रहते हैं, जिसके चलते उन्होंने बिजली आपूर्ति, सीवर तथा जल निकासी की व्यवस्था के लिए लगातार कार्य किये हैं. वार्ड में बिजली आपूर्ति के लिए भी वह कार्य करते रहते हैं.
क्षेत्र के विकास के लिए सौरभ सिंह ने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर धरना भी दिया, जिसका कारण लोगों को उचित व्यवस्था नहीं मिल पाना था. विकास कार्यों के क्रम में उन्होंने विद्युत आपूर्ति के लिए एलइडी लाईटों की उपलब्धता करवाई. साथ ही जल समस्या को खत्म करने के लिए क्षेत्र में सबमर्सिबल लगवाए. वह स्वच्छता का कार्य करने के लिए उचित व्यवस्थाएं न मिल पाने के चलते कुछ न कर पाने में असमर्थ हैं, उन्होंने इस समस्या के लिए सरकार से भी अपील की है.
इसके अतिरिक्त सौरभ सिंह कहते हैं कि पार्षद के रूप में जो व्यक्ति विकास का सारा कार्य करता है, उसे सरकार की ओर से कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाती, वहीं इसके विपरीत बड़े-बड़े नेता केवल बयानबाजी करते हैं, फिर भी उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती हैं. देश में जब तक वास्तविक रूप से कार्य करने वालों को सुविधासम्पन्न नहीं बनाया जाएगा, तब तक देश सही मायनों में विकसित नहीं हो सकता है.
सौरभ सिंह का मानना है कि देश के युवा अपने लक्ष्य को प्राप्त करें, इसके लिए सदैव सरकार को प्रयत्नशील रहना चाहिए. उनके अनुसार युवा राष्ट्र की वह शक्ति है, जो देश को वास्तव में वैश्विक पटल पर आगे ले जा सकती है.
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