अफगानिस्‍तान में तालिबान के कब्जे से पंजाब के 2900 करोड़ रुपये के व्‍यापार पर संकट

 

अमृतसर। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पंजाब से करोड़ों रुपये का कारोबार रुक गया है। भारत-अफगानिस्तान के बीच ड्राई फ्रूट का ट्रेड रुक गया है। पंजाब में अफगानिस्‍तान से आपूर्ति प्रभावित होने से ड्राई फ्रूट के रेट में करीब दोगुने की वृद्धि हो गई है। वैसे, उम्मीद यही जताई जा रही है कि भले ही तालिबान ने अपना कब्जा जमा लिया है, मगर व्यापार तो चलता रहेगा। वैसे, व्यापार पूरी तरह से ट्रैक पर कब आएगा, इस बात को लेकर स्थानीय व्यापारी चितिंत है। अफगानिस्तान से ड्राईफ्रूट भारत में आयात होता है। ड्राई फ्रूट यहीं से देश के अन्य हिस्सों को सप्लाई भी होता है।  अफगानिस्‍तान से व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया है और ड्राईफ्रूट की सप्लाई नहीं हो पा रही है। हर साल अफगानिस्तान से करीब 2900 करोड़ रुपए का आयात होता है, जिसमें ड्राई फ्रूट में बादाम, अंजीर, नट, काजू, पिस्ता आदि शामिल है। इसके अलावा अनार, मुलेठी, सेब, अंगूर, हींग, केसर, मुन्नका, दालचीनी सहित कई अन्य चीजें शामिल है। अगस्त महीने में अफगानिस्तान में फसल पक कर तैयार हो जाती है। ऐसे में भारत के साथ अटारी बार्डर के रास्ते आयात होना शुरू होता है।

 
तालिबान का ऐसा असर हो गया है कि करोड़ों रुपये का कारोबार रुक गया है और मुश्किल से दो से तीन ट्रक ही सीमा पार से आ पा रहे हैं। पहले रोजाना आठ से दस ट्रक आते थे। व्यापारियों के मुताबिक स्थिर सरकार आने पर ही व्यापार पटरी पर लौटेगा। अफगानिस्तान में हालात बिगड़ने पर वहां के व्यापारियों ने भारतीय व्यापारियों को अभी एडवांस पेमेंट और भेजे हुए माल की पेमेंट न करने के लिए भी संपर्क किया है। अमृतसर में थोक ड्राई फ्रूट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मेहरा ने बताया कि अफगानिस्तान के व्यापारियों को इस बात का डर है कि कहीं तालिबानी आतंकी बैंक ही न लूट लें। इससे उनका नुकसान हो सकता है। वहीं, कई व्यापारी आर्डर बुक करवाकर एडवांस भेज चुके हैं। उन्हें अब डर सता रहा है कि कहीं उनके करोड़ों रुपये न डूब जाएं। अब वह सारे पैसे भी फंस गए है। इसके साथ ही अफगान के जिन व्यापारियों को स्थानीय व्यापारियों से पेमेंट भी लेनी है, उन्होंने भी अपनी पेमेंट रुकवा दी है, ताकि हालात ठीक आने पर वह उसे मंगवा सके। अब हालात बिगड़ने के कारण ड्राई फ्रूट के दामों में बढ़ोत्तरी हो गई है। दो महीने पहले तक 500 से 600 सौ रुपये प्रति किलाे बिकने वाला बादाम अब करीब एक हजार रुपये किलो तक बिक रहा है।
 
ड्राई फ्रूट व्यापारी बीके बजाज ने बताया कि भले ही हालात बिगड़ गए है। मगर भविष्य में व्यापार तो शुरू होगा ही। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में बड़ी मुश्किल से दो-तीन दिनों में एक या दो ट्रक ही आ पा रहे है, जबकि पहले यही संख्या रोजाना 8 से 10 थी। इस कारण आईसीपी पर भी काम बिल्कुल बंद हो गया और वहां की लेबर भी फ्री हो गई है। पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान प्यारे लाल सेठ ने बताया कि अब भारत में त्याेहार शुरू हो चुके है। ऐसे में त्योहारों में ड्राई फ्रूट की मांग बहुत ज्यादा रहती है। जब तक अफगानिस्तान में कोई स्थिर सरकार नहीं आती। तब तक व्यापार भी पटरी पर आना मुश्किल है। अफगानिस्तान के साथ भारत का दोस्ताना संबंध रहा है। मगर अब तालिबान कब्जा होने के कारण भारत का त्योहारी सीजन सबसे ज्यादा प्रभावित होगा।