काकोरी- मलिहाबाद के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान भाग 2



लखनऊ:

काकोरी मलिहाबाद पार्ट- 2 के इस हिस्से में भी एक से एक ऊर्जावान, विकास प्रेमी और समाज सेवी प्रधानों से साक्षात्कार हुआ।

काकोरी:


मुजफ्फरपुर पलिया के प्रधान आनंद यादव को जनता ने इस बार मौका दे ही दिया है। प्रधानी चुनाव में पिछले कई बार कोशिशों में असफलता के बाद आखिर इस बार आनंद यादव विजयी हुए और बहुत बड़ी जीत से विजयी हुए। करीब तीस साल बाद उनके घर में प्रधानी आई है। आनंद यादव का कहना है कि उनके प्रधान होते ही अब पंचायत में सामंतवाद का दौर खत्म हो गया है और इस बात को सभी पंचायत कर्मियों को समझ लेना चाहिए। जर्जर पंचायत भवन, आंगनबाड़ी, सामुदायिक शौचालय, व बिना भेदभाव के पंचायत के सभी सुधार कार्य उनकी प्राथमिकता है।

सैदपुर महेरी पंचायत के नवनिर्वाचित प्रधान मिट्ठूलाल शासन प्रशासन के अनुभवी व्यक्ति हैं, उच्च सरकारी पद से रिटायर हैं, परिवार के अधिकांश सदस्य भी सरकारी सेवा में हैं। उनकी प्राथमिकता पंचायत की जलभराव की समस्या से मुक्ति दिलाना है, रास्ते गलियां ठीक करना है, इसके अलावा पंचायत भवन आंगनबाड़ी भवन, सामुदायिक शौचालय आदि सरकारी भवनों की स्थिति को सुधारना है। सैदपुर वासियों का कहना है कि पहले के प्रधान ने दस साल तक यहां तक झांका है, अब मिट्ठूलाल सैदपुर से प्रधान हुए हैं तो सभी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।

सकरा पंचायत की नवनिर्वाचित प्रधान राजकुमारी मौर्य को पहली बार मौका मिला है, उनकी प्राथमिकता है कि पंचायत में सभी अधूरे पड़े कार्यों को पूरा कराना ही उनकी प्राथमिकता है। जर्जर पंचायत घर गिर गया है, आंगनबाड़ी भवन भी गिर रहा है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गिरने की कगार पर है, सामुदायिक शौचालय अधूरा है, यह सारे कार्य प्राथमिकता से कराए जाएंगे। पंचायत वासियों ने बताया कि पूर्व प्रधानों ने विकास पर ध्यान ही नहीं दिया। राजकुमारी मौर्य ने कहा कि इसके साथ वे चकबंदी अभियान को रुकवाने की मांग करती हैं क्योंकि पंचायत की नब्बे फीसदी जनता चकबंदी के हक में नहीं है। राजकुमारी मौर्य के समाजसेवी पति दिलीप मौर्य क्षेत्र में जाने माने व्यक्ति हैं, बिना प्रधानी के भी अपने प्रयासों से उन्होंने बहुत विकास कार्य करवाए हैं। दिलीप मौर्य ने बताया कि पंचायत के जूनियर हाईस्कूल को इंटर कॉलेज करवाना उनका एकमात्र ध्येय है, साथ ही पंचायत में गौशाला, सामुदायिक मिलन केंद्र आदि का भी प्रयास है।

कुशमौरा हलवापुर के नवनिर्वाचित प्रधान रामबिलास की लोकप्रियता इसी से पता चलती है कि ग्राम सभा में उन्हें अपने पोस्टर तक नहीं लगाने पड़े। उनकी प्राथमिकता है कि पंचायत में सफाई व्यवस्था ठीक होो राशन वितरण व्यवस्था ठीक हो, कई सालों से पंचायत में सफाईकर्मी नहीं है। रामबिलास प्रधान बनते ही चोक नालियां गलियांं साफ करवाई, हैंडपंप ठीक करवाए। पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदि के साथ उनकी प्राथमिकता हलवापुर पाल मार्केट के जलभराव को दूर कराना है।

फतेहगंज के नवनिर्वाचित प्रधान यदुनाथ तो खुद ही सरकारी सेवा में पंचायत सचिव, एडीओ पंचायत रह चुके हैं, उनके लिए सारी व्यवस्था ही जानी समझी है। इसके पहले 2010 में उनकी बहू सुमन प्रकाश भी प्रधान रह चुकी हैं। यदुनाथ ने बताया कि पिछले पांच साल में पंचायत में विकास कार्य न के बराबर हुए हैं। उनके पुत्र व प्रधान प्रतिनिधि वेदप्रकाश ने बताया कि पंचायत में जलभराव एक बहुत बड़ी समस्या है, वे इसे दूर कर इंटरलाकिंग, आरसीसी रोड और अंडरग्राउंड नालियां बनवाएंगे। उनके अनुसार पानी की टंकी खेल के मैदान पर पास कर दी गई व पंचायत भवन पर दूरसंचार विभाग का कब्जा है, वे इन्हें सही करवाएंगे। जंगलीमाता मंदिर के पास सड़क और चबूतरे का निर्माण करवा कर उस क्षेत्र को जलभराव मुक्त कर बाजार के लिए ठीक करना है ताकि सड़क पर बाजार न लगे।

टेड़वा के नवनिर्वाचित प्रधान मनीष कुमार उच्च शिक्षित व्यक्ति हैं, एम ए, बी एड, एल एल बी, आदि डिग्री धारक हैं। बहुत विकास प्रेमी और समाज सेवी हैं। स्कूल शिक्षा, सफाई में सुधार, पात्रों को पेंशन, अन्य योजना दिलाना आदि उनकी प्राथमिकता है।

तेज किशन खेड़ा के प्रधान रामपाल यादव सीधे सादे सच्चे व्यक्ति हैं, रामबिलास प्रमुख के शिष्य हैं, सारे अधूरे कार्य और पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करना इनकी प्राथमिकता है।

इब्राहिम गंज की नवनिर्वाचित प्रधान सूबी को इस बार पंचायत वासियों ने पहली बार अपनी सेवा का मौका दिया है। उनके पति वकील प्रधान क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति हैं। सफाई व्यवस्था, नालियां रास्ते आदि को ठीक करना उनकी प्राथमिकता है। जनता के सभी कार्य के लिए वकील प्रधान हर वक्त उपलब्ध रहते हैं। 

कठिंगरा की प्रधान विद्या रावत को जनता ने उनके करीब बीस साल पुराने विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए इस बार मौका दिया है। उनके पुत्र रामशंकर उर्फ कल्लू ने बताया कि पंचायत घर जर्जर है, सामुदायिक शौचालय अधूरा है, इसके साथ जलभराव आदि की बड़ी समस्या है। कल्लू का आरोप है कि पूर्व प्रधान रिजवान अपने समर्थक पंचायत सदस्यों को भड़का कर काम के प्रस्तावों में रोड़े अटका रहे हैं, बेलवा मजरे में विकास कुछ नहीं कराए और कई अपात्रों को आवास दिलवा दिए गए।

कूड़ा ईंटगांव की नवनिर्वाचित प्रधान रामलली ने बहुत बड़ी जीत दर्ज की है। वे जनता तक सरकार की सभी योजनाएं पहुंचाने का प्रयास करेंगी। उनके पति रामचंद्र उर्फ मोले बहुत लोकप्रिय व्यक्ति हैं, उनके बारे में लोगों ने बताया कि प्रधानी से पहले ही उन्होंने जनता की बहुत मदद की है, राशन वितरण से लेकर, लोगों की पेंशन, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, हैंडपंप मरम्मत आदि बहुत काम करवाए हैं, लोगों की सहायता के लिए दिन रात दौड़ते ही रहते हैं।
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मलिहाबाद:



सलिहामऊ के नव-निर्वाचित प्रधान असलम इदरीसी बड़े सीधे सादे सच्चे व्यक्ति हैं, उनके इसी व्यक्तित्व से प्रभावित होकर लोगों ने उन्हें प्रधान चुना है। और असलम भाई जैसे ही हैं उनके तेजतर्रार, जुझारू युवा सहयोगी एहतिशाम राशिद। दोनों अपनी पंचायत में नया सवेरा लाने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ हैं। उनकी प्राथमिकता जर्जर स्वास्थ्य केंद्र को सुधारना, और पंचायत में सामुदायिक बारात घर बनवाना है, इसके अलावा सफाई व्यवस्था, नालियां रास्ते आदि ठीक करवाना है। सफाई सैनेटाइजेशन आदि उन्होंने शुरू भी करा दिया है। एहतिशाम राशिद ने कहा कि पंचायत के हर शख्स तक सरकार की सभी योजनाएं और लाभ पहुंचाना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और पांच साल में सहिलामऊ पंचायत को ब्लाक में अग्रणी बनाना है।

बेलगढ़ा के प्रधान स्वयं सिंह उर्फ पल्लन नवनिर्वाचित तो हैं लेकिन नये नहीं हैं, वे पहले भी 2005- 10 के बीच प्रधान रह चुके हैं। वे अनुभवी, जुझारू और जागरूक व्यक्ति हैं। एक प्रधान को किस तरह होना चाहिए वह पल्लन प्रधान से सीखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे तो प्रधानी लड़ना ही नहीं चाहते थे लेकिन उनके अपने मजरे जानकी खेड़ा के साथ होता अन्याय उनसे देखा नहीं गया। जनता ने भी यही कहा कि पिछले दस सालों से जानकी खेड़ा में किसी प्रधान ने कोई विकास कार्य किया ही नहीं, पूरे गांव में रास्ते गलियां नालियां आदि की हालत बहुत खराब है, जब जिले प्रदेश के हर गांव में आरसीसी, इंटरलाकिंग आदि करवाई गई तो फिर जानकी खेड़ा की उपेक्षा क्यों की गई। स्वयं सिंह उर्फ पल्लन प्रधान ने कहा कि इन सभी कार्यों को प्राथमिकता से करवाएंगे, बिना भेदभाव के पंचायत का चहुंमुखी विकास करेंगे। जनता की मांग है कि जानकी खेड़ा से मोहान रोड के बीच जो करीब पुल तीस साल से अधूरा पड़ा है सरकार उसे भी पूरा करें।

मुजासा पंचायत के नवनिर्वाचित प्रधान जुबैर अहमद हरदिल अजीज व्यक्ति हैं। कभी चुनाव नहीं लड़े बस लोगों को लड़ाते रहे और जिताते रहे, पर कोई प्रधान उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, इसीलिए जुबैर अहमद ने इस बार खुद प्रधान बनने का फैसला लिया और बन गए मुजासा पंचायत के प्रधान। जुबैर अहमद की प्राथमिकता में सभी सरकारी भवनों की मरम्मत, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पानी की टंकी, लगवाना आदि के साथ जनता से जुड़े सभी जरूरी कार्य हैं। इसके अलावा पंचायत की नालियां रास्ते जलभराव आदि की दिक्कतें दूर करेंगे।

टिकैतगंज की नवनिर्वाचित प्रधान निशा रावत ने शानदार जीत दर्ज की है, लेकिन इसके साथ उनके सामने तमाम चुनौतियां भी, है।
मंडौली पंचायत नए प्रधान के मो० आजाद आजाद अहमद विकास प्रिय व्यक्ति हैं। पंचायत वासियों के अनुसार आजाद अहमद बहुत बढ़िया इंसान हैं, सभी का काम अपना काम समझकर करते हैं!

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