मिला खजाना ही खजाना, खोजने में लगे 10 साल, कीमत जान उड़ जाएंगे होश


नई दिल्ली। दुनिया में रहस्यों और रोमांच की कमी नहीं है। मनुष्य जाति ने कई सभ्यताएं देखी है हर काल में मनुष्य का रहन-सहन अलग-अलग रहा है। मनुष्य की प्रवृति खोजी होती है। लोग चुनौतियों को लेकर रहस्यों की तह तक जाते हैं। ऐसे ही चुनौती जिसके चलते दशको बाद खजाना मिल गया है।खजाना ढूंढ़ते लोग और हर पहली को समझते-बूझते खजाने तक पहुंचने की कहानी, ये सब फिल्मी नही है, ये असली खजाने तक पहुंचने की कहानी हैं।ये कहानी ऐसी है जो आपके होश उड़ा देगी। दुनिया में करोड़ों रुपयों का एक खजाना मिला है। लगभग एक दशक से लोग इस खजाने को पाने की जुगत में ना जाने क्या-क्या करते रहे।

 

पर मिला उस शख्स को जिसने हर पहेली को सुलझा लिया। दुनिया में कई ऐसे लोग है जो कलाकृतियों और कीमती वस्तुओं को खोजने में लगे है। इनमें एक ट्रेजर हंटर का करोड़ों का खजाना एक दशक बाद मिल गया है। ये खजाना रॉकी माउंटेंस में मिला है। इसे ट्रेजर हंटर फॉरेस्ट फेन ने छिपाया था। फेन ने बताया कि अब यह खजाना पूर्व की तरफ से आए एक व्यक्ति ने खोज कर बताया। उसने खजाने की तस्वीरें भेजी हैं। इस खजाने के लिए फॉरेस्ट फेन  ने कविता के माध्यम से हिंट्स दिया था।

 

बता दें कि 89 वर्षीय फॉरेस्ट फेन ने दस साल पहले तांबे के बक्से में सोने, गहनों और कीमती चीजों को रखकर रॉकी माउंटेंस में छिपा दिया था। फॉरेस्ट फेन ने बताया कि मुझे उस आदमी ने खजाने की तस्वीरें भेजी हैं। लेकिन वह अपना नाम सार्वजनिक नहीं करना चाहता। इस बक्से में 1 मिलियन यूएस डॉलर यानी करीब 7.54 करोड़ रुपए का खजाना है।खजाने को खोजने के लिए फॉरेस्ट फेन ने 24 लाइन की कविता लिखी थी। इसमें खजाने को खोजने के लिए संकेत दिए हुए थे। ये कविता उनकी अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘द थ्रिल ऑफ द चेस’ में भी थी।कविता को उन्होंने हाल ही में ऑनलाइन पोस्ट किया था।

 

अमेरिकी रॉकी माउंटेंस में हजारों लोगों ने खजाने को खोजने की कोशिश की। लेकिन असफल हुए।लेकिन जिस आदमी ने खोजा उसे पूरी कविता याद थी। वह हर शब्द और संकेतों को समझ रहा था । फॉरेस्ट फेन ने बताया कि इस खजाने को खोजने के लिए चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। लेकिन वो इसे नहीं खोज पाए। इस तांबे के बक्से में सोने का पाउडर, सिक्के, सोने की हथौड़ी, प्रीहिस्टोरिक मिरर, प्री-कोलंबियन एनिमल फिगर्स आदि भरे पड़े हैं। बक्से के अंदर कीमती पत्थर और रत्न भी हैं। इसके अंदर हीरा, पन्ना, माणिक आदि भी हैं। फॉरेस्ट ने बताया कि उस बक्से का वजन 9 किलोग्राम है। 

 

बक्से के अंदर का खजाना 10 किलोग्राम है। यानी पूरा खजाना 19 किलोग्राम का हुआ। खजाने को लेकर फॉरेस्ट कहते हैं कि खजाने को खोज लेने वाले के लिए मुझे खुशी भी हो रही है और खजाने के चले जाने का दुख भी हो रहा है। लेकिन ये जीवन का हिस्सा है। मैं उन सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने खजाने को खोजने की कोशिश की। फॉरेस्ट फेन ने कहा कि जिस व्यक्ति ने खजाना खोजा है वह कविताओं का प्रेमी तो है ही, उसका दिमाग संकेतों को समझने में माहिर है। इसीलिए उसने खजाना खोज लिया. मैं उसे उसकी इस सफलता के लिए बधाई देता हूं।