आपने कभी सोचा हैं, पब्लिक टॉयलेट में दरवाजा नीचे से थोडा सा खुला क्यों....


आपने कभी न कभी तो पब्लिक टॉयलेट यूज किया ही होगा, चाहे किसी एअरपोर्ट पर गये हो, चाहे किसी मेट्रो स्टेशन पर गये हो या किसी मॉल में गये हो तो वहां पर काफी सारे टॉयलेट्स एक साथ बने होते है और इन टॉयलेट्स को आमतौर पर लकड़ी से पार्टीशन किया जाता है लेकिन कभी आपने गौर किया है? जब आप देखेंगे तो पायेंगे यहाँ नीचे की तरफ का हिस्सा एकदम ही खाली सा होता है मतलब नीचे की साइड से लकड़ी बिलकुल कटी हुई सी होती है।


इस कटी हुई लकड़ी के पीछे एक बड़ी ही वजह होती है और वो वजह होती है साफ सफाई की, जी हाँ दरअसल इसे इस तरीके से काटा इसलिए जाता ताकि इसकी साफ़ सफाई अच्छे तरीके से की जा सके और लोगो को स्वच्छ टॉयलेट देखने को मिले न कि गंदे और कीचड़ से भरे हुए मिले।


पब्लिक टॉयलेट्स में तो लोगो का आना जाना लगातार ही लगा रहता है तो ऐसे में जाहिर सी बात है कि टॉयलेट गंदे भी ज्यादा होंगे क्योंकि टॉयलेट में तो हर कोई जूते पहनकर के ही जाएगा तो ऐसे में इन्हें लगातार साफ़ करते रहना पड़ता है और इनकी सफाई मेंटेन रखना भी बेहद जरूरी है और जब इनकी सफाई मेंटेन करने की बात आती है तो सफाई मेंटेन रखना तो बेहद ही जरूरी होता है और ऐसा न होने पर लोग ही कम्पलेन करते है इसलिए इसका सलूशन निकाला गया कि फ्लोर को पूरा एकल ही रखा जाए ताकि बेरोकटोक बड़ी ही आसानी से सफाई की जा सके।


ये तरीका पहले सिर्फ विदेशो में ही तह लेकिन जैसे जैसे भारत में भी लोगो को मालूम चलने लगा तो उन्होंने भी अपनी बिल्डिंग्स में लोगो की सुविधा के लिए इस तरह के टॉयलेट्स बनाने शुरू कर दिए और आपको हर वक्त पब्लिक टॉयलेट का कोना कोना चमचमाता हुआ मिलता है।


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