लक्खीपुरा निवासी निजाम मलिक का आरोप है कि उसका पडो़सी रियाज मलिक अपने मकान में ईद की नमाज पढा़ रहा था। उसने रियाज से कहा कि उसके बेटे हाफिज अनस को भी नमाज पढा़ दे। लेकिन ऐसा करने से रियाज ने मना कर दिया।
मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र लकखीपुरा में सोमवार (25 मई, 2020) को ईद की नमाज पढ़ने को लेकर दो पक्षों में जम कर पथराव और चाकूबाजी हुई। जिसमें महिलाओं समेत 1 दर्जन लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने दोनों पक्षों के पाँच लोगों को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार लक्खीपुरा निवासी निजाम मलिक का आरोप है कि उसका पडो़सी रियाज मलिक अपने मकान में ईद की नमाज पढा़ रहा था। उसने रियाज से कहा कि उसके बेटे हाफिज अनस को भी नमाज पढा़ दे। लेकिन ऐसा करने से रियाज ने मना कर दिया।
इस बात को लेकर दोनों के बीच बहस हो गई और देखते ही देखते बात गाली- गलौज से हाथापाई पर उतर आई। जिसके चलते दोनों तरफ से लोग जमा हो गए और एक दूसरे को पत्थर से मारने और लाठी-डंडे चलने लगे।
कुछ ही देर में, उनमें से कुछ लोग घर से धारदार चाकू उठा लाएँ और एक दूसरे पर हमला बोल दिया। जिसमें वहाँ मौजूद महिलाओं सहित कई लोग घायल हो गए। साथ ही इस मारपीट में दोनों पक्षों के बीच एक दूसरे पर तेजाब की बोतलें फेंकने की भी खबर हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही आलाधिकारियों की गाड़ियाँ घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ी और और मौके पर पहुँचने के बावजूद दोनों पक्ष पुलिसवालों के सामने ही मारपीट करने लगें। जिस पर सख्त कार्यवाही करते हुए पुलिस ने स्थिति को काबू में किया। वहीं घायलों को मेडिकल जाँच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की जानकारी देते हुए एसओ प्रशांत कपिल ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों के पाँच लोगों को हिरासत में ले लिया है। विवाद नमाज पढ़ने को लेकर हुआ था। अब मामला शांत है। फिलहाल पुलिस घटना की जाँच पड़ताल में जुटी है। इन सभी पर लॉकडाउन के उल्लंघन पर भी मामला दर्ज किया जा रहा है।