जमशेदपुर ‘हिंदू फल दुकान’ मामले में विपक्षी नेता भी BJP के साथ

"यदि भारत में अपने संस्थान पर हिन्दू लिखना, भगवा फहराना या विश्व हिंदू परिषद या बजरंग दल से जुड़ा होना अपराध है तो बंद करो उन सभी दुकान, होटलों व अन्य संस्थानों को भी, जिनसे जिहादी होने की बू आती है। कोई भी मुसलमान व्यवसायी क्या इस्लाम ,मोहम्मद व खान इत्यादि सांप्रदायिक शब्दों का प्रयोग नहीं करेगा?"



झारखण्ड स्थित जमशेदपुर के कदमा में 6 फल विक्रेताओं पर सिर्फ़ इसलिए केस दर्ज कर दिया गया क्योंकि वो अपनी दुकानों में ‘हिन्दू’ लिख कर फल बेच रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और हालिया चुनाव में उनके क्षेत्र से उन्हें परास्त करने वाले विधायक सरयू राय इस मामले में एक मत में हैं। राज्य के दोनों ही बड़े नेताओं ने झारखण्ड सरकार की इस कार्रवाई का विरोध किया है। रघुबर ने आंदोलन की बात कही है।


पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि फल विक्रेताओं के साथ किया गया पुलिस का व्यवहार निंदनीय है। राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति के कारण आजीविका चला रहे छोटे-छोटे व्यापारियों को तंग करना बंद करे। उन्होंने कहा कि अगर व्यापारियों पर किया गया केस तत्काल वापस नहीं लिया गया तो भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी। फल-विक्रेताओं के ख़िलाफ़ कदमा थाने में शांति भंग करने का आरोप लगा है। कुल 8 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है।


एक यूजर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर के इसकी जानकारी दी थी, जिसके बाद कार्रवाई हुई। लोग पूछ रहे हैं कि क्या अख़बार ‘द हिन्दू’ को भी झारखण्ड में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा? साथ ही लोग कई इस्लामी नाम वाले दुकानों की तस्वीरें ट्वीट कर पूछ रहे हैं कि अगर हिन्दू ऐसा नहीं कर सकते तो दूसरों को छूट क्यों है? पूर्वी सिंहभूम के एएसपी अनूप बिरथरे का कहना है कि वर्तमान माहौल में ऐसा कोई काम नहीं होना चाहिए, जिससे किसी को ठेस पहुँचे। हालाँकि, फल विक्रेताओं ने किसे ठेस पहुँचाया है, इस सम्बन्ध में उन्होंने कुछ नहीं कहा।