आतंकियों के चुंगल से छूटी लड़की बोली- 4 महीने अंडरवियर तक नहीं पहनने दिया क्योंकि…


आईएसआईएस के चंगुल से छूटकर आई फरीदा खलफ की जिंदगी में अब खुशियां लौट रही हैं। फरीदा को जीवन साथी मिल गया है। लेकिन फरीदा ने आईएसआईएस के दरिंदगी की पूरी कहानी बयां की है। फरीदा ने बताया कि जब वो 16 साल की थी तो आईएसआईएस के लड़ाकों ने उसे किडनैप कर लिया था। वहां उसे से’क्‍स स्‍लेव बनाकर रखा जाता था। आ’तंकी रोज रेप करते थे। फरीदा ने बताया कि चार माह तक इस कदर टॉर्चर किया गया था कि कुछ समय के लिए उसकी आंख की रोशनी तक चली गई थी। इस हालात से तंग आकर उसने चार बार खुदकुशी की कोशिश भी की थी लेकिन वो बच गई।


फरीदा ने बताया कि अगस्‍त 2014 में आईएसआईएस आतंकियों ने उसे, उसकी मां और दो भाईयों को 150 लड़कियों के साथ किडनैप कर लिया था। आतंकी उसे मोसूल ले गए थे और वहां उसके पिता को गोली मार दी थी। इसके बाद उसे अपनी फैमिली से अलग कर बाकी लड़कियों के साथ सेक्‍स स्लेव बना सीरिया के शहर रक्का भेज दिया गया, जो आईएस का गढ़ था। फरीदा ने बताया था कि आतंकियों ने उनके साथ वो सब किया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती और जो कोई जानवर के साथ भी नहीं करेगा। फरीदा को आतंकियों ने इतनी बुरी तरह पीटा था कि उनके सिर की हड्डियां तीन जगह से टूट गई थीं। हालात ये हो गई कुछ समय के लिए उनकी आंखों की रोशनी तक चली गई।


फरीदा ने बताया कि चार महीने की कैद में वो न जाने कितनी बार गैंगरे’प का शिकार हुईं और तकरीबन रोज उसे 40-50 बार रेप का शिकार होना पड़ा। उन्हें चार महीने तक बिना अंडरवियर के रखा गया। अपने हालात से परेशान होकर और इनके चंगुल से आजाद होने के लिए उसने चार बार सुसाइड की भी कोशिश की, लेकिन हर बार आतंकियों ने उसे बचा लिया। इसके बाद फरीदा ने आठ लड़कियों के साथ वहां से हिम्मत दिखाकर भागने की कोशिश की और कामयाब हो गईं।


अब वो जर्मनी के एक रिफ्यूजी कैंप में रह रही हैं। अंग्रेजी वेबसाइट द सन के मुताबिक फरीदा अब 21 साल की हो गई हैं। अब वो दोबारा लोगों पर भरोसा करना सीख रही हैं। उन्‍हें रिफ्यूजी कैंप में ही अपना प्‍यार ढूंढ लिया है। उसका नाम नाजहन इलियास है। फरीदा का कहना है कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी में अब कभी खुशियां आएंगी लेकिन इलियास के आने के बाद से मैं खुश हूं। मैं अपनी शादी की तैयारी कर रही हूं।