कोरोना - क्या हैं 'जनता कर्फ्यू' के मायने, 14 घंटे में टूटेगी....


नई दिल्‍ली। कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित लोगों की संख्या अब अपने देश में भी बढ़ती जा रही है। रे देश में कोरोनावायरस के संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। वैसे तो अभी तक भारत में स्थिति नियंत्रण में हैं लेकिन कोरोना के खतरे से निपटने के लिए और सावधानी जरूरी है। पीएम मोदी ने गुरुवार शाम में लोगों से रविवार को 'जनता कर्फ्यू' की अपील की। यह जानना जरूरी है कि जनता कर्फ्यू क्या है, यह आम कर्फ्यू से क्या अलग है, क्या इसका सिटी लॉकडाउन से कुछ लेना-देना है। 

 

पीएम मोदी की ये पहल दो मायनों में बेहद अहम मानी जा रही है। पहला यह कि बाहर फैले कोविड-19 के वायरस कमजोर हो जाएं। सोशल मीडिया पर इस तरह के संदेश वायरल भी हो रहे हैं कि 12 घंटे में वायरस खत्म हो जाता है, ऐसे में 14 घंटे में इसकी चेन टूट जाएगी जिससे कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा। हालांकि, विशेषज्ञ इस तरह का कोई दावा नहीं कर रहे हैं।

 

दूसरा यह कि 22 मार्च को आने वाले कठिन दिनों की तैयारी कर ली जाए। देख लिया जाए कि जनता कर्फ्यू की ये मुहिम कितना जोर पकड़ती है और लोगों का इसे कितना समर्थन मिलता है, इसका कितना असर पड़ता है। दोनों ही स्थितियों में ये बात साफ है कि कोरोना वायरस से सतर्कता बेहद जरूरी है। जनता कर्फ्यू देशवासियों को आने वाली चुनौती के लिए मजबूत करेगा और बताएगा कि हम इसके लिए कितने तैयार हैं। 

 

- कोरोना वायरस एक श्वास संबंधी बीमारी है और किसी संक्रमित व्यक्ति की छींक, खांसी, थूक से हवा के जरिए दूसरे लोगों तक पहुंचती है।

- किसी भी चीज की सतह पर कोरोना वायरस कितनी देर टिका रहेगा ये उस जगह के तापमान और आर्द्रता पर निर्भर करता है।

- विशेषज्ञों के मुताबिक, सार्स जैसा वायरस किसी सतह पर कई दिनों तक रह सकता है। लेकिन कोरोना वायरस किसी सतह पर कुछ घंटे से लेकर कुछ दिनों तक रह सकता है।

- 20 डिग्री तापमान में स्टील की परत पर कोरोना वायरस दो दिनों तक टिका रहता है। बस या मेट्रो में दरवाजे, हैंडल और पिलर स्टील के ही बने होते हैं।

- 20 डिग्री तापमान में शीशे या लकड़ी की सतह पर कोरोना वायरस चार दिन तक सक्रिय रह सकता है।

- 20 डिग्री तापमान पर ही ठोस धातु, प्लास्टिक या मिट्टी के बर्तनों की सतह पर कोरोना वायरस करीब पांच दिन तक जिंदा रह सकता है।

- इसके अलावा रबर की सतह पर कोरोना वायरस करीब 8 घंटे तक जिंदा रह सकता है।

- अगर किसी सतह पर वायरस मौजूद है तो उसके जरिए ये वायरस किसी व्यक्ति में फैल सकता है।

- मोबाइल फोन में शीशा, प्लास्टिक और एल्युमिनियम होता है इसलिए इससे भी संक्रमण का खतरा है।

- बहरहाल, हर किसी के लिए जरूरी है कि वह तमाम एजेंसियों और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करे। पीएम मोदी की तरफ से की गई 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील को गंभीरता से लेते हुए इसका पालन करे। सतर्क और संयमित रहकर न सिर्फ खुद को स्वस्थ रखे बल्कि अपने परिवार और आसपास के लोगों को भी स्वस्थ रखे।