प्रयागराज। देश में निजी क्षेत्र की तीसरी ट्रेन को संगम नगरी प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने हरी झंडी दिखा कर आगे रवाना किया। यह पहली ट्रेन होगी जो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्य के धर्मिक और पर्यटन स्थलों काशी विश्वनाथ (वाराणसी) और महाकालेश्वर (उज्जैन) होते हुए इंदौर (ओंकारेश्वर) जायेगी। इस मौके पर प्रो जोशी ने कहा कि जो भी श्रद्धालु काशी आता है वह प्रयागराज अवश्य आता है। इसके चलने से प्रयागराज के पर्यटन को बढावा मिलेगा। यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन लखनऊ और एक दिन प्रयागराज होकर चलेगी। यातायात को लेकर रेलवे में जो क्रांतिकारी सुधार हुआ है वह प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम नागिरकों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया है। यह जनकल्याणकारी सोच वाले प्रधानमंत्री की परिकल्पना है।
इस अवसर पर फूलपुर की सांसद केसरी देवी पटेल ने कहा कि यह ट्रेन आध्यात्मिक यात्रा के लिए चलाई गई है। इसमें एक पहिया लोहे का और दूसरा धर्म का लगा हुआ है, जो हिंदुओं की आस्था एवं श्रद्धा के तीन शिवलिंगो का दर्शन भी कराएगी। भारत एक आध्यात्मिक राष्ट्र है धर्म उसकी आत्मा है। गौरतलब है कि काशी महाकाल का आज ट्रायल था। यह ट्रेन नियमित 20 फरवरी से चलेगी। काशी-महाकाल एक्सप्रेस प्रत्येक रविवार दोपहर 3.15 बजे वाराणसी से चलकर इलाहाबाद होते हुए अगली सुबह 9.40 बजे इंदौर पहुंचेगी।
जबकि 82404 एक्सप्रेस प्रत्येक सोमवार सुबह 10.55 बजे इंदौर से चलकर रात 11.40 बजे कानपुर, 2.35 बजे इलाहाबाद होते हुए सुबह पांच बजे वाराणसी पहुंचेगी। यह ट्रेन आईआरसीटीसी द्वारा संचालित लखनऊ-नई दिल्ली-तेजस और अहमदाबाद-मुंबई तेजस दो पूर्व ट्रेनों के अतिरिक्त है। काशी-महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 82401 मंगलवार और गुरुवार को दोपहर 2.45 बजे वाराणसी से चलकर शाम 7.05 बजे लखनऊ आएगी। यहां से कानपुर,बीना, भोपाल, उज्जैन होते हुए अगले दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर पहुंचेगी। ट्रेन 82402 इंदौर से बुधवार एवं शुक्रवार सुबह 10.55 बजे चलकर रात 11.40 बजे कानपुर 1.20 बजे लखनऊ होते हुए सुबह छह बजे वाराणसी पहुंचेगी।