कांग्रेस सांसद को उम्मीद, CAA को जल्द निरस्त कर देगा कोर्ट

सीएए के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करने वाले खालिक ने यह भी दावा किया कि असम में सीएए का विरोध कर रहे 90 फीसदी लोग बहुसंख्यक समाज से हैं। उन्होंने कहा, हम शुरू से कह रहे हैं कि सीएए असंवैधानिक है।





नयी दिल्ली। असम से कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि उच्चतम न्यायालय असंवैधानिक  संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को जल्द निरस्त कर देगा। सीएए के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करने वाले खालिक ने यह भी दावा किया कि असम में सीएए का विरोध कर रहे 90 फीसदी लोग बहुसंख्यक समाज से हैं। उन्होंने कहा, हम शुरू से कह रहे हैं कि सीएए असंवैधानिक है। हम उम्मीद करते हैं कि उच्चतम न्यायालय इसे जल्द निरस्त करेगा। 


कांग्रेस के लोकसभा सदस्य ने कहा, भाजपा पूरे देश में एनआरसी की बात कर रही है, लेकिन असम में उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हुई एनआरसी को नहीं मान रही। वह सिर्फ ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है।  खालिक ने कहा,  असम की जनता की स्पष्ट राय है कि जो विदेशी साबित हो गया, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, उसे यहां से जाना होगा। 


उन्होंने शाहीन बाग में हो रहे सीएए विरोधी धरने का हवाला देते हुए कहा,  शाहीन बाग के प्रदर्शन की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन असम में हो रहे विरोध की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा नहीं हो रही है। असम में विरोध प्रदर्शन की खास बात यह है कि वहां इस असंवैधानिक कानून का विरोध कर रहे 90 फीसदी लोग हिन्दू हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी इस कानून के खिलाफ आवाज उठाती रहेगी।