गिरिराज बोले - ओवैसी के बाप-दादा ने नहीं बल्कि अंग्रेजो-मुगलों ने...


नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नागरिकता संशोधन कानून(CAA) पर बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'जो काम कांग्रेस की सरकारों ने नहीं किया, उसके लिए उन्हें सीएए जैसा बिल लाकर गलती सुधारनी चाहिए थी। अगर पाकिस्तान को सीएए से दिक्कत है तो पाक भी इसी तरह का बिल ले आए और पाक में रह रहे अल्पसंख्यकों को सुरक्षा दे।

 

गिरिराज ने ये बयान मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दिया। उन्होंने कहा, 'भारत को क्या हो गया है, आज भगवाधारी को सोचना पड़ेगा, मैं तो धर्म का शास्त्र और शस्त्र कुछ नहीं जानता, मैं तो शिव को जानता हूं, उसी शिव को प्रणाम करके मैं अपनी वाणी को शुरू करना चाहता हूं।

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कहा, 'जब मैं बोलता हूं तो लोग कहते हैं कि मैं हिन्दुओं की बात करता हूं। आखिर हम कहां से और क्यों शुरू करें क्योंकि जिन्हें हमको बताना है, वो कट्टर हैं, उनसे ही मेरी टक्कर है। मेरे देश की संस्कृति को गजवा ए हिन्द की नजर लग गई है। देश को बांटकर बड़ा अन्याय किया गया। आजादी के बाद जिन्ना पाक के पीएम तो नेहरू हिंदुस्तान के पीएम बन गए। उसी दिन से लोगों ने दूसरा बीज बोया और वो बीज अब शाहीन बाग के रूप में फल फूल गया है। 

 

उन्होंने कहा, 'मैं तो चींटी को गुड़ डालता हूं, इतना ही नहीं आस्तीन के सांप को भी दूध पिलाता हूं। 370 जब हटाया गया तो पाक जहर उगला रहा था लोग गजवा ए हिन्द कह रहे थे। मैं आज बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप भी कम दोषी नहीं हो। आज हमारे बच्चे गायत्री मंत्र, हनुमान चालीसा नहीं जानते, क्योंकि हमने संस्कृति को प्राथमिकता नहीं दी। हमने मठों को बढ़ाया लेकिन संस्कृति को नहीं बढ़ाया। धर्म की रक्षा नहीं की तो धर्म आपकी रक्षा नहीं करेगा।

 

गिरिराज ने कहा, 'मुसलमानों को प्रणाम करता हूं क्योंकि वो अपने धर्म के प्रति प्रतिबद्ध हैं। वो अपनी संस्कृति को जानते हैं वो आईआईटी पढ़ लिखकर शाहीन बाग जाकर इस्लामिक स्टेट बनाने की सोचते हैं। जबकि हमारे कन्हैया कुमार जैसे बच्चे उनके रास्ते पर चलते हैं।

गिरिराज ने असद्दुदीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर इशारा करता हुए कहा कि वो कहते हैं 15 मिनट पुलिस हटवा दो बता देंगे। वो कहते हैं कि हमारे बाप दादा ने इमारते लाल-किले बनवाए। मैं कहता हूं कि तुम्हारे बाप-दादा ने नहीं बल्कि अंग्रेजो और मुगलों ने बनवाए हैं।