आर्मी जवान की बारात पर मारे ताबड़तोड़ पत्थर, वजह...


अहमदाबाद। गुजरात के बनासकांठा जिले में 16 फरवरी रविवार को एक आर्मी जवान की शादी थी। शादी के बाद जवान ने घोड़ी पर बैठकर अपनी बारात निकाली तो गांव वालों ने उस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। बाराती समेत दूल्हा भी घायल हो गया। यह घटना सुबह 11 बजे के आसपास हुई जब जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना के जवान 27 वर्षीय आकाश कोइतिया की शादी का जुलूस शरीफदा गांव में चल रहा था। तभी अचानक गांव के लोगों ने जवान की शादी की बारात पर घोड़ी चढ़ने की वजह से पथराव करना शुरू कर दिया। 


इसकी वजह थी जवान का दलित होना। जवान गांव में दलित समुदाय से आता है ऐसे में घोड़ी पर चढ़कर बारात ले जाने पर गांव में सवर्ण जाति के लोगों ने एतजार जताया और पत्थरबाजी करके जवान की बारात को रोक दिया। गांव के ठाकोर कोली समुदाय ने दलित को घोड़ी पर बारात ले जाने पर आपत्ति जताई थी। ऐसे में जवान ने पुलिस को बुला लिया और फिर पुलिस सुरक्षा के बीच बारात निकाली गई। हालांकि दलित का इतना करना काफी नहीं रहा और पुलिस की मौजूदगी में गांव वालों ने बारात पर जमकर पथराव किया। 


दूल्हे के बड़े भाई विजय कोइतिया ने बताया कि,  "इससे पहले, हमें ठाकोर कोली समुदाय के कुछ लोगों से धमकी मिली थी कि अगर दूल्हा घोड़ी पर चढ़ता है तो वे बारात को गांव से गुजरने नहीं देंगे। हमने पुलिस सुरक्षा के लिए एक लिखित शिकायत दी थी, जिसके बाद 6-7 पुलिस कर्मचारी सुरक्षा देने आए थे।" लेकिन जैसे ही हमने गांव में बारात निकाली लोगों के एक समूह ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। हमले में दूल्हे को भी चोट आई। फिर उसे पुलिस की वैन में ले जाया गया। हालांकि, पत्थरबाजी में दो महिलाओं सहित हमारे तीन रिश्तेदार घायल हो गए।