मैनपुरी। उत्तर प्रदेश में मैनपुरी की जिला अदालत में पुलिस अभिरक्षा में कैदी के खुद को गोली मार कर घायल करने के मामले में दस पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया जबकि एक महिला और सात पुलिस वालों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ की अदालत में सोमवार को एक कैदी ने खुद को गोली मार ली थी।
इस मामले में दो इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर और सात सिपाही समेत कुल 10 पुलिस कर्मी सस्पेंड किए गए हैं वहीं एक महिला और सात पुलिसकर्मी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए। उन्होने बताया कि बंदी की पत्नी ने अदालत में तमंचा पहुंचाया था। पत्नी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना को अंजाम दिलाने में एक वकील की साजिश भी सामने आ रही है। उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य आरक्षी स्थानीय अभिसूचना इकाई विजय सिंह, मुख्य आरक्षी रमाकांत उपाध्याय, सिपाही सत्यवीर सिंह, सिपाही स्थानीय अभिसूचना इकाई दिलीप कुमार, महिला सिपाही कुसुम चाहर, सिपाही प्रदीप राजा, सिपाही योगेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन सभी को जेल भेजा गया है। इसके अलावा इंस्पेक्टर न्यायालय सुरक्षा मुकेश मलिक, इंस्पेक्टर सदर हवालात विजय कुमार गौतम, सब इंस्पेक्टर सदर हवालात अजय प्रताप सिंह को सस्पेंड किया गया है। इनकी विभागीय जांच शुरू करा दी गई है।