बाराबंकी में जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए लगीं लंबी कतारें...

वह अपनी बेटी का जन्म प्रमाणपत्र (Birth certificate) बनवाने के लिए आए हैं जिसका जन्म 1996 में हुआ था. अब तक इस प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं थी मगर अब शायद इसकी जरूरत पड़े....



बाराबंकी. देश में CAA और NPR के बाद NRC को लेकर फैली अफवाहों और डर से जनपद के लोगों में अफरातफरी का माहौल नजर आ रहा है हालांकि सरकार इनसे जुड़े भ्रमों को दूर करने में लगातार प्रयासरत है. फिर भी जनपद के मुस्लिम समाज में भय नजर आ रहा है और लोग अब अपनी नागरिकता (Citizenship) साबित करने के साक्ष्य जुटाने में जुट गए हैं. बाराबंकी में इस समय जन्म प्रमाणपत्र (Birth certificate) बनवाने की बाढ़ सी आ गई है. जन्म प्रमाणपत्र बनवाने की खिड़की पर पहले इक्का-दुक्का लोग नजर आते थे मगर अब हर समय यहां लोगों का तांता लगा हुआ है.

बदला हुआ है नजारा
बाराबंकी जनपद के कलक्ट्रेट में बने जन्म प्रमाणपत्र कार्यालय में नज़ारा बदला हुआ दिखाई दिया. जिस खिड़की पर कोई आता नहीं था वहां अब हर समय भीड़ देखी जा सकती है. यह भीड़ किसी और की नहीं बल्कि जिले के उस मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों की है जो केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित NRC की आहट से डरा हुआ है. लोगों में भ्रम है वो इस बात से डरे हुए हैं कि जब उनसे नागरिकता संबंधी दस्तावेज मांगे जाएंगे तो वह क्या पेश करेंगे. जिले के निवासी बुजुर्ग राशिद जो अपनी बेटी का 24 साल बाद जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आए थे. बातचीत में बोले कि वह अपनी बेटी का जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आए हैं जिसका जन्म 1996 में हुआ था. अब तक इस प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं थी मगर अब शायद इसकी जरूरत पड़े तो इसी लिए वह यहां आए हुए हैं.


जन्म प्रमाणपत्र बनाने का काम कर रहे लिपिक सर्वेश कुमार के मुताबिक़ इस समय काम काफी बढ़ गया है और जिसकी वजह से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है. पहले यहां आने वालों की संख्या काफी कम होती थी मगर इधर कुछ दिनों से यह संख्या काफी बढ़ गई है. प्रमाणपत्र बनवाने में सबसे ज्यादा आवेदन मुस्लिम समाज के लोगों के आ रहे हैं जिनका प्रमाणपत्र नियमानुसार बनाया जा रहा है.