हैदराबाद दरिंदगी की पूरी कहानी - दरिंदों ने ऐसी रची पूरी साजिश, सुंदरता देख बहक...


नई दिल्‍ली। हैदराबाद में 26 साल की वेटनेरी डॉक्‍टर के गैंगरेप और निर्ममता से उसकी हत्‍या की घटना ने हर किसी को दहलाकर रख दिया है। हैदराबाद में महिला वेटरनरी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में तेलंगाना पुलिस ने जो रिमांड रिपोर्ट दाखिल की है, उससे केस की कई डिटेल्स सामने आई हैं। बता दें कि पुलिस ने 29 नवंबर को इस मामले में 4 आरोपियों- जोलू शिवा, जोलू नवीन, मोहम्मद आरिफ और चिंताकुंता चेन्नाकेशावुलु को गिरफ्तार किया था।

 

28 नवंबर को मिली बॉडी 

वेटरनरी डॉक्टर की झुलसी हुई बॉडी हैदराबाद-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुलिया के पास 28 नवंबर को मिली थी, जो उस टोल प्लाजा से करीब 25 किलोमीटर दूर है, जहां वह आखिरी बार देखी गई थी। 

 

ऐसे रची साजिश 

जब महिला डॉक्टर (27 नवंबर की शाम) शमशाबाद टोल गेट पर आई और उसने वहां अपनी स्कूटी खड़ी की, तभी नशा करने वाले चारों आरोपियों ने डॉक्टर को देखा। उन्होंने उसी वक्त डॉक्टर का रेप करने का फैसला किया क्योंकि 'वह सुंदर थी। तभी उन्होंने महिला डॉक्टर की स्कूटी का टायर पंक्चर करने और फिर मदद का दिखावा करने की साजिश रची।

 

किस तरह महिला को किया अगवा?

आरिफ, नवीन और चेन्नाकेशावुलु ने जब महिला को जबरन उठाया तो वह लोगों का ध्यान खींचने के लिए चिल्लाई। तभी आरिफ ने महिला का मुंह बंद कर दिया ताकि वह आवाज ना कर सके, जबकि दो आरोपी महिला को टोल प्लाजा के पास की झाड़ियों की तरफ खींचने लगे। इसी बीच नवीन ने महिला का फोन लेकर उसे स्विच ऑफ कर दिया। जब आरोपी महिला के कपड़े जबरन उतार रहे थे, तब भी महिला झाड़ियों में चीख रही थी।

 

..और हो गई बेहोश 

नशा करने वाले आरोपियों ने व्हिस्की की आधी बोतल अलग से खरीदी थी। उन्होंने इस व्हिस्की को महिला को जबरन पिलाने की कोशिश की। इसके बाद उन्होंने महिला का रेप किया। इस बीच महिला का खून निकलने लगा और वह बेहोश हो गई।

 

महिला को किस तरह मारा गया?

जब आरोपी महिला का रेप कर रहे थे, उसी बीच थोड़ी देर बाद उसे होश आने लगा। महिला को होश में आता देख आरोपियों ने फैसला किया कि उन्हें उसे मारना पड़ेगा। आरिफ ने उसके मुंह और नाक को अपने हाथों से बंद कर दिया, इसके बाद महिला का दम घुटने लगा और फिर उसकी

मौत हो गई।

 

लूटपाट भी की

जब महिला की मौत हो गई, तो नवीन ने उसका मोबाइल फोन, पावर बैंक और घड़ी ले लीं और इन चीजों को ट्रक में रख दिया। 

 

महिला की बॉडी को जलाया गया

आरोपियों ने महिला की बॉडी को कपड़े पहनाए, जो उन्होंने जबरन उतारे थे। उन्होंने बॉडी को एक बेडशीट में लपेट दिया और उसे ट्रक में रख दिया। इसके बाद दो आरोपी एस्सार पेट्रोल पंप पर पेट्रोल लेने गए, जहां उन्हें पेट्रोल देने से इनकार कर दिया गया क्योंकि वो प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल लेना चाहते थे। इसके बाद दोनों IOC पेट्रोल पंप पर गए, जहां वे पेट्रोल लेने में सफल रहे। आरोपियों ने महिला की बॉडी को जलाया और आग में उसके सिम कार्ड को फेंक दिया। उन्होंने उसी जगह के आसपास ही महिला की कुछ चीजों को छिपा दिया।

 

आरोपियों पर कौन सी धाराएं लगी हैं?

घटना को अंजाम देने वाले चारों लोगों को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120 (B) (आपराधिक साजिश), 366 (अपहरण), 506 (आपराधिक धमकी), 376-D (गैंगरेप), 302 (हत्या), 201 (सबूत नष्ट करने), 34 (साझा आपराधिक इरादा), 392 (लूट) के तहत आरोपी बनाया गया है।

 

48 घंटे के अंदर सभी...  

इस पूरे केस में एक ऐसे शख्‍स का नाम सामने आ रहा है जिसने चारों आरोपियों को पकड़वाने में पुलिस की बड़ी मदद की। साइबराबाद पुलिस ने शुक्रवार को चार आरोपियों 26 साल के मोहम्‍मद आरिफ, 20 साल के जोलू शिवा, 20 साल के जोलू नवीन और 20 के साल के चिंताकुंटा चिन्‍नाकेशवाउलू को पकड़ लिया। ये सभी नारायणपेट जिले के रहने वाले हैं। पुलिस की कारवाई में 48 घंटे के अंदर सभी आरोपियों को पकड़ा जा सका था।

 

प्रवीण गौड़ा अहम गवाह 

लिंगाराम प्रवीण गौड़ा को इस केस का अहम गवाह माना जा रहा है। इस केस के बारे में जैसे ही न्‍यूज चैनलों ने टेलीकास्‍ट करना शुरू किया, गौड़ा की तरफ से श्‍मशाबाद पुलिस को इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 100 पर कॉल किया गया था। गौड़ा इस इलाके में स्थित एक पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। प्रवीण ने पुलिस को बताया था कि एक रात पहले लाल रंग की स्‍कूल पर आए दो लड़कों ने प्‍लास्टिक की बोतल में पेट्रोल खरीदने की कोशिश की थी। मगर उन पर कुछ शक होने की वजह से उन्‍हें पेट्रोल देने से मना कर दिया गया था। प्रवीण ने पुलिस से यह दावा भी किया था कि उनकी फोटोग्राफ्स उसे दिखाई जाएं तो वह उन्‍हें पहचान सकता है। 

 

जानकारी ने की पुलिस की मदद

प्रवीण की तरफ से मिली जानकारी ने अभियुक्‍तों को पकड़ने में पुलिस की काफी मदद की। पुलिस की रिमांड रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि मर्डर वाली रात जोलू शिवा जो इस केस का अभियुक्‍त नंबर दो है, वह पीड़ि‍ता के टू-व्‍हीलर को ठीक कराने के मकसद से लेकर गया था। इसी दौरान पीड़ि‍ता को जबरन एक प्‍लॉट में ले जाया गया और उसका गैंगरेप हुआ। शिवा स्‍कूटी को ठीक करा कर ले आया था और उसने भी डॉक्‍टर का रेप किया। पीड़ि‍ता लगातार चिल्‍ला रही थी और इसे रोकने के लिए उन्‍हें जबरन शराब पिलाई गई थी। इसके बाद उनकी हत्‍या कर दी गई। 

 

डिलीवरी के लिए आया हैदराबाद आया था आरिफ

शादनगर के मजिस्‍ट्रेट ने चारों आरोपियों को शनिवार को 14 दिनों की हिरासत में भेज दिया था। चारों आरोपी इस समय पुलिस की हिरासत में हैं और शादनगर पुलिस स्‍टेशन में उन्‍हें रखा गया है। पुलिस की मानें तो मोहम्‍मद आरिफ जो लॉरी का ड्राइवर है, वह इस केस का मुख्‍य अभियुक्‍त है। उसे मंगलवार को हैदराबाद में एक डिलीवरी करनी थी। जिसके घर पर सामान डिलीवर होना था वह मिला नहीं। आरिफ ने अपने क्‍लीनर जोलू शिवा के साथ बाकी दो अभियुक्‍तों को बुलाया और तोंडुपाली टोल गेट के करीब लॉरी को पार्क कर दिया। यह जगह हैदराबाद से बाहर है।

 

प्‍लान के तहत नवीन ने पीड़‍िता की स्‍कूटी का टायर पंचर किया और फिर उसके वापस लौटने का इंतजार किया। रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर जब पीड़‍िता अपनी स्‍कूटी लेने के लिए वापस आईं तो इसी समय आरिफ अपनी लॉरी से बाहर आया। उसने बताया कि उनकी स्‍कूटी का टायर पंचर है। इसके बाद उसने इसकी मरम्‍मकी पेशकश की। आरिफ ने इसके बाद क्‍लीनर शिवा को स्‍कूटी की मरम्‍मत कराने के लिए भेजा। इसी समय पीड़‍िता ने अपनी बहन को कॉल किया और कहा कि उसे काफी डर लग रहा है।