पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि नागरिकता कानून में संशोधन करने को लेकर केंद्र सरकार को बधाई देने के लिए पार्टी 23 दिसंबर को कोलकाता में रैली करेगी। इस बीच सीएए के समर्थन में समर्थकों की रैली को पुलिस द्वारा रोके जाने पर शहर के दक्षिणी हिस्से में व्यस्त सुलेखा चौराहे परवे लोग धरने पर बैठ गए।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने सोमवार को कहा कि नागरिकता कानून में संशोधन करने को लेकर केंद्र सरकार को बधाई देने के लिए पार्टी 23 दिसंबर को कोलकाता में एक रैली करेगी। इस बीच, नागरिकता (संशोधन) कानून के समर्थन में भाजपा समर्थकों की एक रैली को पुलिस द्वारा रोके जाने पर शहर के दक्षिणी हिस्से में व्यस्त सुलेखा चौराहे पर वे लोग धरने पर बैठ गये।
भाजपा नेता अनुपम हाजरा ने कहा कि पार्टी समर्थकों ने जब अवरोधकों को हटाने की कोशिश की, तब उनके और पुलिसकर्मियों के बीच धक्कामुक्की हुई। यह रैली शहर के गरिया मोर से जादवपुर इलाके तक निकाली गई थी। उन्होंने कहा, ''हमें रैली के लिए कोलकाता पुलिस से इजाजत मिली थी और यह हम शांतिपूर्वक ढंग से कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने हम पर हमला किया। दुर्भाग्य से यह वही पुलिस है जो उपद्रवियों द्वारा कई बसों में आगजनी किए जाने, ट्रेनों पर हमलों और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने के दौरान निष्क्रिय बनी हुई थी।''
भाजपा ने यह रैली ऐसे दिन निकाली, जब मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शहर की सड़कों पर उतर कर यह संकल्प लिया कि वह देश भर में प्रस्तावित एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) कानून को लागू किए जाने की इजाजत नहीं देंगी।कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हमने रैली में किसी पर हमला नहीं किया। यह पूरी तरह से झूठा आरोप है। हमने किसी को गिरफ्तार या हिरासत में नहीं लिया।''
घोष ने यह भी कहा, ''राज्य में हो रही हिंसा और आगजनी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उकसावे का परिणाम है जो पाकिस्तान की भाषा बोल रही हैं।'' उन्होंने कहा कि बंगाल में जिस तरह के हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं उससे जाहिर होता है कि राज्य में एनआरसी और नागरिकता कानून लागू करने की जरूरत है। घोष ने कहा, ''नागरिकता कानून आयुष्मान भारत जैसा कार्यक्रम नहीं है, जिसे लागू नहीं करने की राज्य के पास स्वतंत्रता है। यह एक केंद्रीय कानून है जिसे राय में लागू करना होगा।''
उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा रैली में उपस्थित रहेंगे और पार्टी 24 दिसंबर को उत्तर बंगाल में इसी तरह की एक जनसभा करेगी। घोष ने कहा कि जिस तरह से बंगाल में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, वैसा पहले कभी नहीं हुआ।