महाराष्ट्र मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला कल


महाराष्ट्र पर अब कल सुबह साढ़े दस बज आएगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की तुरंत बहुमत परीक्षण के फैसले पर अदालत ने की सुनवाई।


महाराष्ट्र का महासंग्राम भले सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है लेकिन सस्पेंस अभी बरकरार है। महाराष्ट्र में सत्ता की लड़ाई इतनी दिलचस्प हो गई है कि अभी हर खबर से ऊपर वहां की छोटी-छोटी हलचल भी सुर्खियां बटोर रही है। 


महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की सरकार का आज बहुमत परीक्षण नहीं होगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कल सुबह साढ़े दस बजे तक अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। यानी अभी पूरे दिन, हर पल मुंबई से लेकर दिल्ली तक सियासी  सरगर्मी नेताओं के सिर चढ़कर बोलेगी।


 सुबह से ही सुप्रीम कोर्ट की तरफ देशभर की निगाहें टिकी थी कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की तुरंत बहुमत परीक्षण की मांग से जुड़ी याचिका पर क्या फैसला आएगा. लेकिन अदालत ने भी सस्पेंस बनाए रखा है। अदालत में आज याचिकाकर्ताओं की ओर से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी दलीलें दी, तो वहीं भाजपा की ओर से मुकुल रोहतगी और राजभवन की ओर से तुषार मेहता ने अपनी बातें रखीं।  


सुनवाई के दौरान मुकुल रोहतगी ने अदालत को बताया कि राज्यपाल को जो समर्थन की चिट्ठी फडणवीस और अजित पवार की ओर से दी गई थी, उस आधार पर राजभवन की ओर से सही फैसला लिया गया। 


तो वहीं,अदालत में सुनवाई के बाद एनसीपी और कांग्रेस ने उम्मीद जताई है कि सुप्रीम कोर्ट में प्रजातंत्र की जीत होगी।