बाराबंकी में हड़ताल में शामिल नहीं हो रहे थे जज, गुस्साए वकीलों ने की पिटाई

वकीलों ने संदीप जैन के साथ धक्कामुक्की और मारपीट की. संदीप जैन मोटर दावा अधिकरण कोर्ट के पीठासीन अधिकारी (जज) हैं. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक वकील जा चुके थे.




  • बाराबंकी में वकीलों ने जज को पीटा

  • शिकायत के बाद पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा


उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में वकील शुक्रवार को फिर उग्र हो गए और इस बार उन्होंने किसी पुलिस या पब्लिक को नहीं बल्कि जज को ही पीट दिया. मामला बाराबंकी के नगर कोतवाली क्षेत्र में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण कोर्ट का है.


दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली में हुए विवाद के बाद आज बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने देशभर में हड़ताल की घोषणा की थी. इस पर कुछ वकील मोटर व्हीकल एक्ट के ऑफिस में पहुंचकर वहां मौजूद जज संदीप जैन से काम करने के लिए मना करने लगे, लेकिन संदीप जैन नहीं माने.


वकीलों ने उनके साथ धक्कामुक्की और मारपीट की. संदीप जैन मोटर दावा अधिकरण कोर्ट के पीठासीन अधिकारी (जज) हैं. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक वकील जा चुके थे.


संदीप जैन ने पुलिस को तहरीर दी कि करीब 40-50 वकीलों ने चेंबर में घुसकर धक्कामुक्की की और गनर और स्टाफ के साथ मारपीट की. फिलहाल जज को पीटने को बाद कई जज एक हो गए और प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. पुलिस तहरीर लेकर अज्ञात वकीलों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर दिया.


अपर पुलिस अधीक्षक अशोक शर्मा ने बताया कि मोटर दावा अधिकरण एक्ट के पीठासीन अधिकारी (जज) की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.