घटतौली के विरोध पर कोटेदार ने ईंटों व धारदार हथियार से किया हमला, मौत


बहराइच के कैसरगंज थाना क्षेत्र के मरौठी गांव में शुक्रवार को एक ग्रामीण कोटे का राशन लेने दुकान पर गया था। यहां पर उसकी कोटेदार से कहासुनी होने लगी। इससे गुस्साए कोटेदार ने परिवारीजनों के साथ मिलकर उस पर हमला बोल दिया। 


ईंटों व धारदार हथियार से किए गए हमले में ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया। परिवार के लोग उसे सीएचसी से ट्रॉमा सेंटर लखनऊ ले जा रहे थे। तभी रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने कोटेदार समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है।

कैसरगंज थाना क्षेत्र के मरौठी गांव निवासी मुशीर अहमद (35) पुत्र नजीब अहमद गांव के कोटेदार नजीर अहमद की दुकान पर राशन लेने के लिए गया हुआ था। मुशीर अहमद ने कोटेदार से अपने परिवार के लिए आवंटित राशन देने को कहा। 



इसी दौरान घटतौली व अनियमितता को लेकर उसकी कोटेदार से कहासुनी शुरू हो गई। ग्रामीणों ने उसे समझा कर वापस भेज दिया। मुशीर अहमद ने राशन न मिलने की बात कहकर अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही। तभी अचानक कोटेदार नजीर अहमद, उसके बेटे कासिम, कोटेदार के भाई इजराइल के पुत्र इरफान, गुलफाम और मुबीन ने मुशीर पर ईंटों व धारदार हथियार से हमला बोल दिया। 

अचानक हुए हमले में मुशीर अहमद बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद धारदार हथियार से कोटेदार के बेटे व भतीजों ने उस पर कई वार किए। मरणासन्न हालत में आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गए। आनन-फानन में परिवार के लोग उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैसरगंज ले गए। यहां से उसे ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ जे जाते समय रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। 

इसके बाद परिवार के लोग शव लेकर घर चले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि ग्रामीण की पत्नी की तहरीर पर कोटेदार नजीर अहमद समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या, गिरोहबंदी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। 



एसडीएम ने सील की दुकान


कैसरगंज के उपजिलाधिकारी रामजीत मौर्या घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे। पुलिस को भी साथ ले गए। एसडीएम ने ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। इसके साथ ही कोटेदार की दुकान को सील कर दिया गया है। राशन वितरण में लापरवाही की जांच पूर्ति निरीक्षक कैसरगंज को सौंपी गई है। 

पहले भी उठी आवाज, नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों का कहना है कि कोटेदार नजीर अहमद द्वारा कई माह से ग्रामीणों को राशन का वितरण मानक के अनुसार नहीं किया जा रहा था। बीते माह कोटेदार की ओर से कार्डधारकों से मशीन पर अंगूठा लगवाकर पर्ची निकाल ली गई थी, लेकिन निर्धारित किए गए अंत्योदय कार्डधारकों को 35 किलो राशन की जगह महज 25 किलो ही दिया जाता था। जबकि पात्र गृहस्थी के कार्डधारकों को प्रति सदस्य यूनिट सेे काफी कम दिया जाता था।

इसकी शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसका शिकार शुक्रवार को मुशीर अहमद हो गया। इस बारे में की गई कार्रवाई की जानकारी के लिए जिला पूर्ति अधिकारी अनंतप्रताप से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल नंबर नहीं मिल सका। 

यह है वितरण का मानक
शासन ने अंत्योदय उपभोक्ताओं को 20 किलो चावल तीन रुपये में और 15 किलो गेहूं दो रुपये प्रति किलो वितरण कराने की व्यवस्था बनाई है। जबकि पात्र गृहस्थी के उपभोक्ताओं को भी दो रुपये किलो गेहूं व तीन रुपये में किलो चावल प्रति यूनिट देने की व्यवस्था बनाई है।