पिछले कुछ समय से आए दिन समाचार पढ़ते आ रहे हैं कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके गाय के पेट से 60 किलो पॉलिथीन निकाली है, तो कहीं गाय के पेट का ऑपरेशन करके बीस-तीस किलो पॉलीथिन निकाला गया।
आज के संदर्भ में गाय की दयनीय अवस्था के बारे में लिखी गई ये पक्तियां कई सवाल खड़े कर रही हैं। भारतीय संस्कृति में गाय केवल एक पशु ही नहीं है बल्कि उसे माता का दर्जा दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि गाय में हमारे सभी देवी-देवता निवास करते हैं। इसी वजह से मात्र गाय की सेवा से ही भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। हिन्दू धर्म में मान्यता है कि जो मनुष्य प्रात: स्नान करके गौ स्पर्श करता है, वह पापों से मुक्त हो जाता है। गौसेवा करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार गौ माता ही जीव को वैतरणी नदी से पार उतार कर दुर्लभ मोक्ष की प्राप्ति कराती है। गोस्वामी तुलसीदास ने भगवान राम के अवतार का एक कारण गौरक्षा को बताया है।
देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं, लेकिन इस साल देशभर में जन्माष्टमी 23 अगस्त को मनाई जाएगी या 24 अगस्त को इसको लेकर उलझन की स्थिति थी। कहीं जन्माष्टमी 23 अगस्त की बताई जा रही है तो कहीं इसे 24 अगस्त को बताया जा रहा है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद यानी कि भादो महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था, जोकि इस बार 23 अगस्त को पड़ रहा है। इस वजह से जन्माष्टमी 23 अगस्त को ही मनाई जा रही है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार बड़ा महत्वूर्ण है। शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी के दिन भगवान विष्णु ने कंस का वध करने के लिए देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में धरती पर भगवान श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लिया था। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण 16 कलाओं से युक्त माने जाते हैं।
कोर्ट के पॉलीथिन पर प्रतिबंध के निर्देश के बावजूद शहरों में अब तक इस पर रोक नहीं लग सकी है, बाजार में सरेआम दुकानदारों द्वारा फेंकी जा रही प्रतिबंधित पॉलीथिनों को चारा नहीं मिलने की वजह से खाकर गाय मर रही हैं। प्लास्टिक सिर्फ मानव जीवन और पर्यावरण के लिए ही नहीं जानवरों के लिए भी बेहद हानिकारक है। पॉलीथिन गलता नहीं है। गाय द्वारा इसको खा लेने पर वह अंदर जाकर अमाशय में जमा हो जाता है जिससे पाचन क्रिया बिल्कुल बिगड़ जाती है। गैस की शिकायत बढ़ने से पेट फूलता है। जिसके कारण गाय तड़प तड़प कर दम तोड़ देती है।
पिछले कुछ समय से तो भारत में गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने तक मांग उठने लगी है। देश-विदेश में प्रसिद्ध धर्मगुरु जय गुरुदेव के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकांत (उज्जैन) ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की है। बता दें कि फिलहाल रॉयल बेंगाल टाइगर भारत का राष्ट्रीय पशु है। 2017 में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस शासित नगर निगम ने एक चौंकाने वाला निर्णय लिया था। रायपुर नगर निगम के मेयर प्रमोद दुबे ने गाय को नगर माता घोषित कर दिया था। रायपुर नगर निगम ने बाकायदा प्रस्ताव पारित कर गाय को नगर माता घोषित किया था। आजकल भारत में जहां गौरक्षा, गौसुरक्षा और गौ संवर्धन को लेकर कवायदे हो रही हैं, वहीं भगवान श्रीकृष्ण के देश में पवित्र गाय अपनी प्राण रक्षा के लिए कूड़े के ढेर में कचरा और प्लास्टिक खाने पर मजबूर हैं।