CDS रावत के निधन की खबर पर कट्टरपंथी मुस्लिमो के रवैये से आहत फिल्म डायरेक्टर अली अकबर ने इस्लाम धर्म छोड़ा, साथ ही कहीं ये बाते

अली अकबर ने कहा, 'आज, मैं जन्म से प्राप्त एक कपड़े को फेंक रहा हूं। आज से मैं मुसलमान नहीं हूँ। मैं भारत का हूँ। यह उन लोगों को मेरा जवाब है जिन्होंने भारत के खिलाफ हजारों इमोजी पोस्ट की थी।

बीते बुधवार को जब खबर आई कि देश के कुशलतम व्यक्ति CDS रावत का  हेलीकाप्टर दुर्घटना में निधन हो गया, तब पूरा देश ग़मगीन हो गया। देश के हर व्यक्ति ने नम आँखों से रावत साहब सहित 13 जवानो को अंतिम विदाई दी।  देश का हर नागरिक अपने-अपने तरीके से रावत जी को याद कर रहा था, कोई उनके जीवन की स्मृतियों को याद कर रहा था तो कोई सोशल मीडिया पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था। 

लेकिन एक तबका ऐसा भी था जो उनके निधन की खबर सुनकर बहुत खुश था। विशेष'  लोगो ने उनकी मौत की खबरों पर हंसी-ठिठोली की और साथ ही अभद्रतापूर्ण टिप्पणियां भी की। इस तरह के कृत्यों को देखकर देश का हर व्यक्ति बहुत आहात हुआ। 

इन्ही टिप्पणियों से दुखी होकर मलयाली फिल्म डायरेक्टर अली अकबर इस स्तर पर आहत हुए कि उन्होंने मुस्लिम धर्म छोड़ कर हिन्दू बनने का मन बना लिया। बीते दिनों अली अकबर ने बिपिन रावत की वीरगति का लाइव वीडियो बनाया था, जिस पर कुछ कट्टरपंथी लोगों ने हंसने वाला इमोजी लगाया था।

इस दौरान इन लोगों ने सीडीएस रावत का मजाक उड़ाने की कोशिश की थी। लोगों के इसी रवैये से अली अकबर की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने फेसबुक लाइव में आकर इस बारे में बात की। बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए अली अकबर ने कहा, ‘इस बात को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है और इसलिए मैं इस्लाम धर्म छोड़ रहा हूं। 

अली अकबर ने की घोषणा 

अकबर ने कहा कि- " इस्लाम के शीर्ष  धर्मगुरुओं या नेताओं ने भी 'देशद्रोहियों' के इस तरह के कार्यों का विरोध नहीं किया है जिन्होंने एक बहादुर सैन्य अधिकारी का अपमान किया है और वह इसे स्वीकार नहीं कर सके।"

उन्होंने कहा कि उनका धर्म से विश्वास उठ गया है। अली अकबर ने कहा, 'आज, मैं जन्म से प्राप्त एक कपड़े को फेंक रहा हूं। आज से मैं मुसलमान नहीं हूँ। मैं भारत का हूँ। यह उन लोगों को मेरा जवाब है जिन्होंने भारत के खिलाफ हजारों इमोजी पोस्ट की थी। एक बहादुर अधिकारी और देश का अपमान करने वाली इन सार्वजनिक पोस्टों को देखने के बावजूद, शीर्ष मुस्लिम नेताओं में से किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी। मैं ऐसे धर्म का हिस्सा नहीं हो सकता'