बाराबंकी: जिले के देवा ब्लाक में पंचायत चुनावों के छह महीने बाद की स्थिति यह है कि कहीं कहीं तो कुछ कार्य हो रहे हैं पर कहीं विकास का रास्ता बंद है।
जोलिया बनारसपुर पंचायत देवा ब्लाक में दूर की पंचायत है वहां कोई अधिकारी नेता पंचायत की सुध नहीं लेता है लेकिन फिर लोगों ने 2015 में चुना सुभाष चन्द्र प्रधान को और उन्होंने अपने कार्यकाल में जोलिया बनारसपुर पंचायत की स्थित सुधारने की बहुत सफल कोशिश की है। उनके अच्छे कार्यों को देखते हुए ही वहां की जनता ने फिर उन्हें इस बार भी प्रधानी सौंपी है। (इस बार उनकी पत्नी विजय लक्ष्मी प्रधान हैं) सरकारी भवनों की मरम्मत से लेकर सड़कों रास्तों इंटर लॉकिंग आदि के कार्य करवाए है। सुभाष चंद्र का कहना है कि वे पंचायत में नालियों का निर्माण करवाना चाहते हैं। प्रधान सुभाष चन्द्र अच्छे और सुलझे हुए व्यक्ति हैं। पंचायत की जनता अधिकारी और दूर-दूर तक तमाम लोग उनकी तारीफ करते हैं।
गढ़ी छतेना की प्रधान ममता देवी अपनी पंचायत का विकास कर रही है। उनके पति रावेन्द्र कुमार ने बताया कि पंचायत में सभी कार्य किए जा रहे हैं।
टिकरा पट्टी के प्रधान वीरेन्द्र कुमार ने इन छह महीनों में ही रामपुर प्राथमिक विद्यालय को पंचायत का नं एक विद्यालय बना दिया है और वे बाकी के तीन विद्यालय भी बेहतर बनाएगे। इसके अलावा उन्होंने रामपुर के गांव में इंटरलॉकिंग वगैरह विकास कार्य बहुत करवाए हैं जो पिछले करीब 25 साल से नहीं कराए थे। पिछले सभी प्रधानों ने रामपुर व अन्य कई मजरों पर कभी ध्यान ही नही दिया था ।वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि पंचायत में एक अस्पताल बनवाने का प्रयास किया जा रहा है।
इसरहना की प्रधान मालती देवी व उनके ससुर पूर्व प्रधान बालगोविंद ने बताया कि पंचायत में बहुत काम हुए है। लेकिन कई संपर्क मार्गो की मरम्मत कराने में वन विभाग रौड़ा अटका रहा है।
गौर सादिकपुर के प्रधान ललित कुमार अपनी पंचायत में तेजी से विकास करवा रहे हैैं। पंचायत भवन की मरम्मत और सामुदायिक शौचालय को पूरा करवाने का प्रयास है। नरेगा से कच्चे काम भी हो चुके हैं, गलियारे पटान आदि। उनका प्रयास है कि वर्षों पहले अधूरा पड़ा आंगनबाड़ी भवन पूरा करवाया जा सके।
नारायन भारी के प्रधान योगेश रुपेश वर्मा के अपने गांव में पहली बार प्रधानी आई है। पूरी पंचायत में बहुत काम बाकी है, नाली खड़जों सड़कों आदि के साथ सरकारी भवनों का सुधार कराया जाएगा। स्ट्रीट लाइटें सारी खराब हैं।
तासपुर के बलदेव प्रसाद बहुत सीधे सरल व्यक्ति हैं। सभी को सब सरकारी योजनाएं दिलवाना चाहते है। नया पंचायत घर बनना है, बारात घर आदि की जरूरत है।
सालेहनगर के प्रधान राजेंद्र प्रसाद काफी काम करवा चुके हैं। इंटर लॉकिंग सरकारी भवन आदि काम हो रहे है। उनका प्रयास खेल का मैदान बनवाने का है।
पवैयाबाद की प्रधान ज्योत्सना मौर्या ने बताया कि उनकी पंचायत में सभी कामों के प्रयास चल रहे है। काफी काम कराए जा रहे है। उनके पति इच्छवाकु मौर्या पूर्व ब्लाक प्रमुख रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि पवैयाबाद को जनपद का माॅडल गांव घोषित किया गया है।
कंजवारा के भगवती प्रसाद अपनी पंचायत में नरेगा के कच्चे काम करवा रहे हैं। कुछ काम पूरे हो चुके हैं। स्कूलों में टाइल्स वगैरह लगवाए है। नाली खड़जों सहित अन्य कार्य भी लाइन में हैं।
महोलिया के साथ मो. इजहार सिद्दीकी ने पिछले छह महीनों में ही महोलिया पंचायत में बहुत कार्य कराए हैं।नहर की सड़क से लेकर गांव में इंटरलॉकिंग आदि कार्य सांसद, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत निधि से कार्य हो रहे हैं।
शाहपुर के प्रधान विजय बहादुर यादव क्षेत्र में उनके विरोधी काम नहीं करने दे रहे हैं।राशन वितरण भी मनमाना है।
कासिमganj गांव के प्रधान मंसाराम, सलेमपुर की सीता, जसनवारा के प्रधान इबरान, बरवास के राममिलन, मंडौरा की मोनिका देवी अपने अपने क्षेत्र में विकास कराने के लिए प्रयासरत हैं।