998 गरीब कार्डधारक ‘अमीरों’ से रिकवरी की तैयारी


 गौरीगंज (अमेठी)। कोटे की दुकान से न्यूनतम दर पर गेहूं-चावल लेने वाले गरीब राशन कार्डधारकों द्वारा सरकारी क्रय केंद्रों पर करोड़ों रुपये का धान-गेहूं बेचने की जांच शुरू हो गई है। डीएसओ ने इस संबंध में सभी पूर्ति निरीक्षकों से हफ्ते भर में रिपोर्ट देने को कहा है। रिपोर्ट मिलते ही शासन द्वारा चिह्नित सभी कार्डधारकों का कार्ड निरस्त कर उनसे रिकवरी की जाएगी।

शासन की ओर से जिले में रहने वाले बड़ी संख्या में गरीबों को न्यूनतम दर पर गेहूं व चावल वितरित किया जाता है। इसके लिए गरीबों को उनकी पात्रता के हिसाब से अंत्योदय या पात्र गृहस्थी कार्ड उपलब्ध कराया गया है। जिले में अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या 2,82,234 और पात्र गृहस्थी कार्डधारकों की संख्या 70,378 है।


राशन कार्ड धारकों का पूरा ब्यौरा उनके आधार कार्ड से लिंक किया गया है। यही लिंकअप गड़बड़ी में शामिल कार्डधारकों की मुसीबत बन गई। शासन ने पोर्टल के माध्यम से पकड़ा कि जिले के 998 कार्डधारक ऐसे हैं जिन्होंने पिछले एक साल में सरकारी क्रय केंद्रों पर 44 करोड़ 27 लाख नौ हजार 851 रुपये 73 पैसे का धान-गेहूं बेचा।

मामला पकड़ में आने के बाद शासन ने इसकी सूची जिला पूर्ति कार्यालय को भेजी तो हड़कंप मच गया। डीएसओ नेे चिह्नित कार्डधारकों की सूची पूर्ति निरीक्षकों को भेजकर उनकी स्पॉट जांच करने का निर्देश दिया है। पूर्ति निरीक्षकों से कहा गया है कि वे अधिकतम एक हफ्ते में जांच कर रिपोर्ट दें जिससे चिह्नित कार्डधारकों का कार्ड निरस्त कर उनसे रिकवरी की कार्रवाई शुरू की जाए।

जामो ब्लॉक में सर्वाधिक ने बेचा अनाज

शासन ने जिले में ऐसे 998 कार्डधारकों को चिह्नित किया है जिन्होंने पिछले एक वर्ष में सरकारी क्रय केंद्रों पर कई-कई लाख रुपये का धान-गेहूं बेचा है। आरोपी कार्डधारकों की ब्लॉकवार संख्या पर नजर डालें तो जामो ब्लॉक में सर्वाधिक 216 व संग्रामपुर ब्लॉक में सबसे कम दो लोग हैं। इसी तरह अमेठी में 13, बहादुरपुर में 140, भादर में 11, भेटुआ में 44, गौरीगंज में 165, जगदीशपुर में 62 जायस नगर पालिका परिषद क्षेत्र में 15, मुसाफिरखाना में 57, शाहगढ़ में 42, शुकुल बाजार में 23, सिंहपुर में 116 व तिलोई में 92 लोग हैं।

इस हिसाब से मिलता है राशन

पूर्ति विभाग की ओर से अंत्योदय कार्डधारकों को दो रुपये प्रति किलोग्राम गेहूं व तीन रुपये प्रति किलोग्राम चावल दिया जाता है। राशन की मात्रा प्रति कार्ड 20 किलोग्राम गेहूं व 15 किलोग्राम चावल (कुल 325 किलोग्राम) की होती है। इसी तरह पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट तीन किलोग्राम गेहूं व दो किलोग्राम चावल दिया जाता है। इनसे भी राशन का मूल्य अंत्योदय कार्डधारकों के बराबर लिया जाता है।

तीन से 13 लाख रुपये का अनाज बेचा

जिले में जिन 998 किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर धान-गेहूं बेचते पकड़ा गया है उनमें 86 लोग अंत्योदय कार्डधारक हैं तो 912 पात्र गृहस्थी कार्डधारक। इन कार्डधारकों ने पिछले वर्ष खरीफ व इस वर्ष रबी को मिलाकर तीन से 13 लाख रुपये का गेहूं-धान सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचकर अपने बैंक खाते में भुगतान लिया।

इस हिसाब से होगी रिकवरी

डीएसओ संजय कुमार ने बताया कि पूर्ति निरीक्षकों की रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। जिन कार्डधारकों के राशन कार्ड निरस्त होंगे उनसे अब तक लिए गए समस्त राशन की सरकार द्वारा निर्धारित दर पर रिकवरी होगी। फिलहाल कार्डधारकों द्वारा लिए गए गेहूं की रिकवरी 24.5 रुपये प्रति किलोग्राम तो चावल की 32 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से होगी।