इस पंचवर्षीय में ज्यादातर नए प्रधान हुए हैं, जिन्होंने अच्छे कार्य किए थे उन्होंने फिर वापसी की है। आइए जानें उनकी विकास संबंधी समस्याएं और प्राथमिकताएं-
फूलबेहड़:-
अमृतापुर पंचायत की नवनिर्वाचित प्रधान कमलजीत कौर को पंचायत वासियों ने बड़ी उम्मीदों से प्रधान बनाया है, इसके पीछे उनके समाजसेवी पति रंजीत सिंह की बेहतर छवि का बड़ा हाथ है। हमेशा लोगों के दुख दर्द में अडिग खड़े रहने वाले रंजीत सिंह बेहद जुझारू, कर्मठ व उच्च शिक्षित व्यक्ति हैं। कमलजीत कौर ने कहा कि उनकी प्राथमिकता गांव के हर पात्र व्यक्ति तक सरकार की सभी योजनाओं को प्रभावी ढंग से पहुंचाना है। रंजीत सिंह ने बताया कि पंचायत भवन निर्माण का काम चल रहा है, लेकिन सामुदायिक शौचालय पिछली पंचवर्षीय से ही अधूरा पड़ा है, उसे भी पूरा करवाने का प्रयास है साथ ही रास्तों, जलनिकासी आदि की समस्या पर भी पहले ध्यान दिया जाएगा। पंचायत वासियों के अनुसार रंजीत सिंह ने आते ही राशन वितरण व्यवस्था को तुरंत सुधार दिया है, साथ ही सरकार के वृक्षारोपण अभियान को अपना समय और धन खर्च कर बचाने का प्रयास किया है।
चौरठिया के प्रधान हाजी बशीर अहमद अंसारी को पंचायत वासियों ने तीसरी बार मौका दिया है। पहले वे 1988 में प्रधान रहे फिर 2005 -10 रहे , इस बार फिर वे चुने गए हैं। बशीर अहमद फूलबेहड़ में पुरुष वर्ग में सबसे उम्रदराज प्रधान हैं। उच्च शिक्षित, सलीका पसंद और इस उम्र में भी बहुत ऊर्जावान व्यक्ति हैं। पंचायत वासियों का कहना है कि 88 के दौर में उनके बनवाए सरकारी निजी आवास और सरकारी भवन आज भी पूरी मजबूती से खड़े हैं। उनके दूसरे कार्यकाल को उच्च कोटि का मिड डे मील वितरण के लिए और पंचायत के बहुत से विकास कार्यों के लिए जाना जाता है। इस कार्यकाल में बशीर अहमद की प्राथमिकता सभी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करवाना है, साथ ही जिनके परिवार बड़े हो गए हैं उनके सदस्यों को आवासीय जमीन दिलाना है।