पंचायत ऑफिस में दस साल तक किया झाड़ू-पोंछा, अब बनीं पंचायत प्रमुख

 

कोल्लम। यह भारतीय राजनीति की ही खूबसूरती है कि यहाँ एक आम व्यक्ति भी किसी खास पद पर पहुँच सकता है। बस शर्त यह है कि व्यक्ति मेहनत से पीछे ना हटे। कुछ ऐसा ही वाकया केरल के कोल्लम जिले में देखने को मिला। कल तक पंचायत ऑफिस में झाड़ू पोछे का काम करने वाली ए आनंदवल्ली आज वहां की अध्यक्ष बन चुकी हैं। दरअसल ए आनंदवल्ली केरल के कोल्लम जिले के पठानपुरम में पंचायत ऑफिस में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करती थी। 
 
इस दौरान वो ऑफिस के लोगों को चाय पिलाने और साफ सफाई जैसे काम करती थी। लेकिन अब पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद वो वहां की महत्वपूर्ण फाइलों को देखेंगी और बैठकों की अध्यक्षता भी करेंगी। हाल ही में सम्पन्न हुए केरल के स्थानीय निकाय के चुनावों में वामपंथी गठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज की है। आनंदवल्ली ने इस चुनाव में एससी/एसटी के आरक्षित सीट पर करीब 654 मतों के अंतर से जीत हासिल की। ए आनंदवल्ली इस चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की उम्मीदवार थी। अपनी जीत के बाद आनदंवल्ली भावुक हो गयीं। इस उपलब्धि पर आनंदवल्ली ने अपनी पार्टी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि यह सिर्फ सीपीएम में ही हो सकता है और इसके लिए मैं अपने पार्टी की ऋणी हूँ। साथ ही उन्होंने कहा कि जब उन्हें यह जानकारी मिली तो वह काफी घबरा गई। 
 
ए आनंदवल्ली का परिवार मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से ताल्लुक रखता है। आनंदवल्ली 2011 से पठानपुरम के पंचायत ऑफिस में बेहद ही कम तनख्वाह पर काम करती थी। इतना ही नहीं इसी निकाय चुनाव में एक 21 साल की छात्रा भी तिरुवनंतपुरम के मेयर के रूप में चुनीं गई। केरल के तिरुवनंतपुरम की 21 साल की बीएससी स्टूडेंट आर्या राजेंद्रन ने स्थानीय निकाय के चुनाव में पहली बार वोट डाला था। साथ ही वह इन चुनावों में प्रत्याशी भी थीं। अब वह शहर की मेयर बन चुकी है। वह केरल की सबसे युवा मेयर है और देश के युवा मेयरों की लिस्ट में शामिल हो चुकी हैं।