अखिलेश का PM मोदी पर तंज, कहा- खाता न बही जो PM कहे वो सही


लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि ‘भाजपा राज में खाता न बही जो पीएम कहें वही सही’ के तर्ज पर राजकाज चल रहा है। यादव ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में प्रस्तुत केन्द्रीय बजट हों या समय-समय पर राहत पैकेजों की घोषणा सब में ब्यौरे गायब रहते हैं। भाजपा सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के ‘महा पैकेज‘ में कितना गरीब को मिलेगा, कितना किसान, दिहाड़ी कर्मियों, प्रवासी मजदूर, छोटे और खुदरा व्यापारी, ठेले-पटरी वाले और अन्य मजबूर लोगों में बंटना है, इसका कोई खुलासा नहीं कर रहा है।

 

इसे भी भाजपा की अन्य जुमलेबाजी वाली योजनाओं की गिनती में क्यों न रखा जाये। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी अपने नेता के पद चिन्हों पर चलते हुए नित नए आयोगों के गठन में व्यस्त हैं। पूरे प्रदेश में काम की आस में मजदूरों की आंखे पथरा रही हैं लेकिन सरकार को उनकी फिक्र नहीं। अब योगी बताये कि मेहनतकश का पेट रोटी से भरेगा आयोग की बैठकों और उनके जारी प्रेसनोट से नहीं। श्रमिकों के सामने गहरा अंधेरा है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री केवल बयानों में रोजगार बांट रहे हैं।

 

हवा में विदेशी कम्पनियों के उत्तर प्रदेश में आने की तुकबंदी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 हजार से ऊपर पहुंच गई हैं। राजधानी लखनऊ में ही रोज नए केस मिल रहे हैं। भाजपा सरकार लॉकडाउन उठा रही है। अस्पतालों में इलाज के नाम पर या तो लूट हो रही है या लापरवाही। बच्चों के स्कूल कालेज बंद हैं। लॉकडाउन में आपूर्ति की पूरी चेन बिगड़ जाने से व्यापारी परेशान है।       

 

उन्होने कहा कि योगी को बताना चाहिये कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केन्द्र के 20 लाख करोड़ महा पैकेज से मिले धन को कहां खर्च किया जा रहा है।  भाजपा सरकार की गलत नीतियों के फलस्वरूप रोटी-रोजगार से वंचित लोग भुखमरी के शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे है। किसान सहित समाज के तमाम वर्गो के लोग अवसाद में है। कर्ज के बोझ से लदे लोगों को भविष्य में भी अंधेरा दिखाई दे रहा है। बाराबंकी में एक परिवार के 5 लोगों की जिंदगी तमाम परेशानियों की भेंट चढ़ गई।

 

गाजियाबाद एटलस साइकिल कम्पनी बंद हो गई। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के फखरूद्दीन स्थित प्लांट पर भी श्रमिकों को हटा दिया गया है। प्रदेश में भूख से लोगों का मरना रूकना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को अब मान लेना चाहिए कि उसकी गलत नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। लोगों के पास काम धंधा नहीं रह गया है। नोटबंदी जीएटी ने व्यापार चैपट कर दिया। मंहगाई बढ़ती जा रही है। नौकरियां घटती जा रही हैं। मांग-आपूर्ति में भारी अंतर है, दुनिया की निगाह में भारत की साख गिर रही है।