जंगली पेड़ से फल तोड़कर खाने से 9 बच्चों की हालत गंभीर


शामली जनपद के झिंझाना क्षेत्र में जँगली फल खाने से 9 बच्चों की हालत बिगड़ गयी है...जहां पर सभी बच्चों ने एक जंगली पेड़ से फल तोड़कर खा लिया. और फल खाने से बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. बच्चों को उल्टी व पेट मे दर्द की शिकायत होने लगी. जंगली फल खाने वाले सभी 9 बच्चे एक ही परिवार के है. जिनकी उम्र 4 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक हैं. पहले तो सभी बीमार बच्चों को गाँव उपचार कराया गया. लेकिन बच्चों की हालत लगातार खराब होती चली गयी. जिस पर परिजनों में हड़कम्प मच गया. और तुरंत एंबुलेंस को बुलवाकर सभी 9 बच्चों को झिंझाना सीएचसी में भर्ती कराया. जहां से गंभीर देखते को 4 बच्चों को मेरठ रेफर किया गया है. सभी बच्चों का उपचार अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी की देख रेख में चल रहा है. उनके अनुसार सभी बच्चे खतरे से बाहर है.


दरअसल मामला झिंझाना थाना क्षेत्र के गाँव बिडौली सादात का है. गांव बिडौली सादात निवासीगण महबूब , शहजाद और अयूब पुत्र गण महमूद के बच्चे यमुना बांध पर खेल रहे थे. उसी समय जंगली पेड़ पर चढ़कर गोलाकार के फलों को सभी बच्चों ने खाया. कुछ देर बाद उनके पेट में दर्द का एहसास होने लगा तथा उल्टी होने लगी. तो परिजनों को इसकी जानकारी लगी और उन्होंने गांव के ही एक डॉक्टर को अवगत कराते हुए उपचार कराया. लेकिन एक के बाद एक सभी 9 बच्चों की हालत इसी तरह बिगड़ गई. उन्होंने तुरंत ही एंबुलेंस को फोन करके बुला लिया. और सभी 9 बच्चों को झिंझाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. सूचना मिलने पर सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजकुमार शर्मा भी मौके पर पहुंचे. और घटना की जानकारी और अपने नेतृत्व में उन्होंने उपचार कराया.


सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि 5 बच्चों को मेरठ रेफर किया गया है. तथा 4 बच्चों का इलाज झिंझाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है. मेरठ रेफर किए गए बच्चों में महबूब की 14 वर्षीय पुत्री मंतशा,7 वर्षीय बेटी समरजहां,8 वर्षीय बेटा सीरान,5 वर्षीय बेटा सुफियान और 4 वर्षीय बेटी सोफिया है. और दूसरे युवक शहजाद के बच्चों मे 10 वर्ष बेटा अनस,8 वर्षीय समीर और 7 वर्षीय समरीन पुत्र तथा अयूब की 14 वर्षीय बेटी शानो झिंझाना के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे उपचार करा रहे है.