नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर पर प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मी आला अधिकारियों के कहने पर भी वापस हटने को तैयार नहीं हैं। तमाम अधिकारी पुलिसकर्मियों से ड्यूटी पर लौटने को कह चुके हैं लेकिन पुलिसकर्मियों ने छह मांगे रखी हैं। पुलिसकर्मियों ने कहा है कि ये छह मांगे पूरी होने पर ही वो प्रदर्शन खत्म करेंगे। ये छह मांगे हैं-
ये हैं मांगें
निलंबित पुलिस अधिकारियों को बहाल किया जाए।
घायल पुलिस अधिकारी को मुआवजा मिले।
वकीलों के खिलाफ कार्रवाई हो।
वकीलों पर कार्रवाई ना करने के हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाए।
पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने वाले व्यक्तियों का सत्यापन किया जाए।
निचले अधिकारियों के लिए पुलिस एसोसिएशन बनाई जाए।
पुलिसवाले मानने को तैयार नहीं
बता दें कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प हो गई थी। जिसके बाद कभी वकील तो कभी पुलिसकर्मी सड़क पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। मंगलवार सुबह से ही दिल्ली पुलिस के जवान आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर राजीव खुराना और उनसे पहले पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों से शांति की अपील कर चुके हैं। कई दूसरे अधिकारी भी पहुंचे और पुलिसकर्मियों से प्रदर्शन खत्म करने को कहा लेकिन पुलिसकर्मी यहीं जमे हैं।
गृह मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट से स्पष्टीकरण मांगा
वहीं इस मामले में गृह मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट से स्पष्टीकरण मांगा है। मंत्रालय ने हाईकोर्ट से 'वकीलों पर कार्रवाई न करने' के आदेश पर सफाई देने के लिए कहा है। पुलिसकर्मी भी इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की बात कह रहे हैं। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में शनिवार(2 नवंबर) को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प हुई थी। दोनों ओर से ही एक दूसरे पर हमला करने और मारपीट करने के आरोप लगाए गए थे। मामले में कुछ वकील घायल हुए थे तो वहीं कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था। घटना के बाद वकीलों ने देशभर में प्रदर्शन किया था। मंगलवार को दिल्ली पुलिस के जवान पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।