भारत ने पाकिस्तान से प्रशांत से राजनयिक संपर्क देने को कहा


नई दिल्ली। भारत ने करीब तीन साल पहले गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गये दो व्यक्तियों को पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों में जासूस लिखे जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुये उनसे काउंसिलर एक्सेस यानी राजनयिक संपर्क की अनुमति देने और जल्द से जल्द रिहा करके स्वदेश भेजने के लिए कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नियमित ब्रीफिंग में इस बारे में पूछे गये सवालों के जवाब में कहा कि मीडिया में ऐसी रिपोर्टें आयी हैं कि प्रशांत वेन्डुम और वारीलाल गलती से पाकिस्तान की सीमा लांघ कर चले गये थे। जिस समय हमें पता चला, उसी समय हमने पाकिस्तान को सूचित कर दिया था कि ये लोग उनकी सीमा में हो सकते हैं।


इसके लिए अनौपचारिक लिखित सूचना दी गयी थी, लेकिन पाकिस्तान ने उसका कोई जवाब नहीं दिया था। कुमार ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से अचानक उनकी गिरफ्तारी की घोषणा हमारे लिये आश्चर्य की बात है। हमने पाकिस्तान को तुरंत ही पत्र लिखा है और कहा है कि ये लोग किसी दुष्प्रचार का औजार नहीं बनें, इसलिए शीघ्राति-शीघ्र उनसे राजनयिक संपर्क की अनुमति दी जाए और उन्हें तुरंत रिहा किया जाये ताकि वे अपने परिवार से मिल सकें। पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के अनुसार वहां के अधिकारियों ने कथित रूप से देश में अवैध प्रवेश के लिए भारत के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है।


भारतीय नागरिकों की पहचान मध्य प्रदेश के निवासी प्रशांत और तेलंगाना के रहने वाले वारीलाल के रूप में हुई है। खबर में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि दोनों को पंजाब प्रांत के बहावलपुर में हिरासत में लेकर मामला दर्ज कर लिया गया। उनके पास उचित दस्तावेज नहीं थे। पाकिस्तानी मीडिया में कहा गया है कि इस वजह से इस बात को लेकर चिंतायें बढ़ गई हैं कि कहीं उन्हें आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए तो पाकिस्तान नहीं भेजा गया।