शहडोल। शहडोल जिले का एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जहां पर शारदेय नवरात्र के दौरान किसी एक दिन छात्राओं को बुलाकर उनकी पूजा की जाती है और इसके बाद उनको सम्मान के साथ बैठाकर कन्या भोज कराया जाता है। यह परंपरा पिछले तीन साल से चली आ रही है। जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर स्थित शासकीय हाईस्कूल कोटमा में इस तरह का अनूठा आयोजन होता है। इस बार बुधवार को चतुर्थी के दिन यहां इस तरह का आयोजन हुआ। इसमें स्कूल की सभी छात्राओं को बुलाया गया था। इनकी पहले पूजा की गई टीका लगाया गया और इसके बाद इनको भोजन कराया गया। इसके बाद इनको भेंट भी दी गई।
मंगलवार को भेजा था बुलावा
बुधवार को इस तरह का आयोजन स्कूल में किया जाना है उसके लिए सभी छात्राओं के घर में बुलावा भेज दिया गया था। एक सप्ताह पहले स्कूल में मीटिंग हुई जिसमें शिक्षक शिक्षिकाओं ने हाथ उठाकर कौन कौन सी सेवा वह लेंगी उसके लिए अपना नाम लिखा दिया। किसी ने कहा हम तेल देंगे तो किसी ने कहा हम सब्जी देंगे। इसी तरह किसी ने आटा तो किसी ने चावल लाने की जिम्मेदारी ले ली। इसके बाद बुधवार को स्कूल के सभी स्टाफ मेंबर्स ने अपने परिवार के साथ मिलकर भोजन तैयार किया और फिर कन्या भोज कराया।
यह बनाया गया था भोजन में
कन्यापूजन के बाद स्कूल में जो भोज कराया गया उसमें पूड़ी, आलू छोले की सब्जी, खीर, सलाद और पापड़ शामिल रहा। भोजन के बाद छात्राओं को गिफ्ट के तौर पर कम्पास बॉक्स और पानी की बोतल दी गईं। इस कार्यक्रम में पौने चार सौ बच्चों ने हिस्सा लिया। छात्राओं को भोजन कराने के बाद छात्रों को भी बैठाकर भोजन कराया गया। यहां के शिक्षकों ने बताया कि तीन साल से हम लोग अब अपने घरों में कन्याभोज नहीं कराते हैं यहीं स्कूल में आपस में मिलकर पैसा इकठ्ठा करते हैं और इस तरह का कार्यक्रम कराते हैं।
हम लोग पिछले तीन साल से इस तरह का आयोजन कर रहे हैं। घरों में कन्या भोज न कराकर स्कूल की छात्राओं को ही बुलाकर भोजन कराते हैं और इनके साथ साथ छात्रों को भी भोजन कराया जाता है। तकरीबन पौने चार सौ छात्र छात्राओं को इस बार भोजन कराया गया है। हमारा स्कूल स्टाफ ही इसमें सहयोग करता है। इससे सुखद अनुभूति होती है। - संजय पांडेय, प्राचार्य शासकीय हाईस्कूल कोटमा