PM-Kisan Samman Nidhi Scheme: आधार वेरीफिकेशन (Aadhar verification) में स्पेलिंग की गड़बड़ी ने बढ़ाई परेशानी, किसान (Farmer) खुद कर सकते हैं ठीक या फिर नोडल अधिकारी से करें संपर्क
नई दिल्ली. प्रिय आवेदक, आपकी अगस्त से नवंबर 2019 की किश्त को आपके आवेदन एवं आधार (Aadhar) में उपलब्ध नाम में विसंगति होने के कारण वितरित नहीं किया जा सका है...कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (Ministry of Agriculture) की पीएम-किसान (PM-Kisan) टीम की ओर से गोरखपुर के एक किसानों (Farmers) को उसके मोबाइल पर यह संदेश मिला. इसके साथ ही साफ हो गया कि कागजों में गड़बड़ी की वजह से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme) की तीसरी किश्त का पैसा बैंक अकाउंट (Bank Account ) में नहीं पहुंचा. ऐसे करीब पौने छह करोड़ किसान हैं जिन्हें आधार वेरीफिकेशन (Aadhar verification) की वजह से अंतिम किश्त नहीं मिल पाई है. हम आपको बता रहे हैं कि यदि ऐसा आपके साथ हुआ तो कैसे उसका समाधान होगा.
नौ राज्यों में एक भी किसान को नहीं मिली तीसरी किश्त
फिलहाल तो वेरीफिकेशन के अभाव में 9 राज्यों में एक भी किसान को अंतिम किश्त का पैसा नहीं मिला है. देश में इस वक्त 7.5 करोड़ किसान भाईयों को इस योजना का लाभ मिला है. इसमें से पौने दो करोड़ को ही अंतिम किश्त का पैसा मिला पाया है. बाकी इसके इंतजार में हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तीसरी किश्त के लिए लाभार्थी किसानों का बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन पहले ही जरूरी किया गया था. स्कीम की 2 किश्त तो लोकसभा चुनाव से पहले ही बिना सत्यापन के दे दी गई थी. लेकिन तभी अंतिम किश्त के लिए आधार की शर्त भी रखी गई थी.
फिलहाल तो वेरीफिकेशन के अभाव में 9 राज्यों में एक भी किसान को अंतिम किश्त का पैसा नहीं मिला है. देश में इस वक्त 7.5 करोड़ किसान भाईयों को इस योजना का लाभ मिला है. इसमें से पौने दो करोड़ को ही अंतिम किश्त का पैसा मिला पाया है. बाकी इसके इंतजार में हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तीसरी किश्त के लिए लाभार्थी किसानों का बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन पहले ही जरूरी किया गया था. स्कीम की 2 किश्त तो लोकसभा चुनाव से पहले ही बिना सत्यापन के दे दी गई थी. लेकिन तभी अंतिम किश्त के लिए आधार की शर्त भी रखी गई थी.
बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन से उन लोगों का भी पता चल रहा है जिन्होंने गलत तरीके से लाभ लिया है और उन लोगों के कागज भी दुरुस्त किए जा रहे हैं जिनके आवेदन और आधार कार्ड में नाम या स्पेलिंग का कोई अंतर है. योजना के तहत हर साल किसान को तीन बार 2-2 हजार रुपये खेती-किसानी के लिए दिए जाएंगे.
नाम दुरुस्त करवाने के लिए क्या करें
कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक जिन किसानों के आवेदन वाले नाम और उनके आधार कार्ड में लिखे गए नाम में कोई भिन्नता है वो किसान सम्मान निधि के पोर्टल के फामर्स कॉर्नर पर जाकर अपना नाम अपडेट करें या फिर अपने नोडल अधिकारी से संपर्क करें. इसमें एडिट आधार डिटेल का एक ऑप्शन आएगा. इसी में कोई भी किसान योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकता है.
वेरीफिकेशन में ऐसे लोग भी पकड़े जाएंगे
मोदी सरकार ने सभी किसानों के लिए पीएम-किसान स्कीम लागू कर भले ही कर दी है लेकिन कुछ लोगों के लिए तो शर्तें लगाई ही गईं हैं. जिन लोगों के लिए कंडीशन लागू है वो यदि गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं तो आधार वेरीफिकेशन में पता चल जाएगा.
>> एमपी, एमएलए, मंत्री और मेयर को भी लाभ नहीं दिया जाएगा, भले ही वो किसानी भी करते हों. यदि इन्होंने आवेदन किया है तो पैसा नहीं आएगा.
>> मल्टी टास्किंग स्टाफ/चतुर्थ श्रेणी/समूह डी कर्मचारियों को छोड़कर केंद्र या राज्य सरकार में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को लाभ नहीं मिलेगा. यदि ऐसे लोगों ने लाभ लिया तो आधार अपने आप बता देगा.
वेरीफिकेशन में ऐसे लोग भी पकड़े जाएंगे
मोदी सरकार ने सभी किसानों के लिए पीएम-किसान स्कीम लागू कर भले ही कर दी है लेकिन कुछ लोगों के लिए तो शर्तें लगाई ही गईं हैं. जिन लोगों के लिए कंडीशन लागू है वो यदि गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं तो आधार वेरीफिकेशन में पता चल जाएगा.
>> एमपी, एमएलए, मंत्री और मेयर को भी लाभ नहीं दिया जाएगा, भले ही वो किसानी भी करते हों. यदि इन्होंने आवेदन किया है तो पैसा नहीं आएगा.
>> मल्टी टास्किंग स्टाफ/चतुर्थ श्रेणी/समूह डी कर्मचारियों को छोड़कर केंद्र या राज्य सरकार में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को लाभ नहीं मिलेगा. यदि ऐसे लोगों ने लाभ लिया तो आधार अपने आप बता देगा.
>> पेशेवर, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, वकील, आर्किटेक्ट, जो कहीं खेती भी करता हो उसे लाभ नहीं मिलेगा.
>>इनकम टैक्स देने वालों और 10 हजार से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों को भी लाभ से वंचित रखने का प्रावधान है. यदि किसी आयकर देने वाले ने स्कीम की दो किश्त ले भी ली है तो वो तीसरी बार में पकड़ा जाएगा. क्योंकि आधार वेरीफिकेशन हो रहा है.
>>इनकम टैक्स देने वालों और 10 हजार से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों को भी लाभ से वंचित रखने का प्रावधान है. यदि किसी आयकर देने वाले ने स्कीम की दो किश्त ले भी ली है तो वो तीसरी बार में पकड़ा जाएगा. क्योंकि आधार वेरीफिकेशन हो रहा है.