नयी दिल्ली/पटना/लखनऊ/देहरादून। देश के कई हिस्सों में बारिश ने एकबार फिर से कहर बरपाया है। बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक करीब 48 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए जबकि बिहार में लगातार बारिश से राज्य की राजधानी पटना की सड़कों और अन्य क्षेत्रों में जलभराव हो गया और कम से कम दो मंत्रियों के घर पानी में घिर गए। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य सरकार ने कहा कि 25 लोगों की मौत शनिवार को हुई, वहीं 10 लोगों की शुक्रवार को जान चली गई थी। मौसम विभाग ने रविवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार बारिश के कारण घर गिरने, पेड़ गिरने तथा सांप के काटने के चलते लोगों की मौत हुई। कच्चे मकानों के गिरने के अलावा दीवार गिरने के कारण भी लोगों की मौत हुई है । बयान में कहा गया है कि वर्षाजनित इन हादसों में पांच लोग घायल भी हुए हैं।
बैठक में मौजूद आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति से अवगत कराया और आपदा प्रबंधन की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को 15 अक्टूबर तक विशेष सतर्कता बनाये रखने के निर्देश दिए ।पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि भारी बारिश से जमीन धसने के कारण धनबाद मंडल के दिलवा- नाथगंज पर अप लाइन एवं डाउन लाइन पर परिचालन कुछ घंटे के लिए प्रभावित रहा। इसके अलावा भी कुछ ट्रेन रद्द की गईं, कुछ को आंशिक रूप से रद्द किया गया और कुछ के मार्ग में परिवर्तन किया गया। राजस्थान के उदयपुर जिले में शनिवार को एक सरकारी स्कूल की दीवार गिरने की घटना में कम से कम तीन छात्रों की मौत हो गई । पुलिस के अनुसार यह घटना सुबह उस वक्त हुई जब राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, थोबवाड़ा में बच्चे कक्षा में पहुंचे। यह स्कूल तलहटी में स्थित है और कल रात अत्यधिक बारिश के कारण यहां जलभराव हो गया था ।मध्य प्रदेश के सिवनी जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर किंदरई थाना अंतर्गत घंसौर-केदारपुर रोड पर शुक्रवार रात उफनते नाले को बाइक से पार कर रहे एक पुलिस आरक्षक सहित तीन लोगों की उसमें गिरने से मौत हो गई। तीनों मृतकों के शव पुलिस को शनिवार सुबह घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर मिले। वहीं जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में 22 वर्षीय महिला पर बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। जम्मू प्रांत के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते जलभराव और यातायात जाम के कारण शनिवार सुबह जनजीवन बाधित हो गया। बहरहाल, बारिश से किसी तरह के बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है। पिछले कुछ दिनों से गर्मी झेल रहे शहर के लोगों के लिए यह बारिश राहत लेकर आयी है। मौसम कार्यालय ने एक अक्टूबर तक क्षेत्र में कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश का अनुमान जताया है।
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण जल स्रोत भरने के चलते निचले इलाकों में मकानों और दुकानों में बारिश का पानी भर गया जिससे लोगों को दिक्कतें हुईं। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में किसी तरह के नुकसान की बड़ी खबर नहीं है लेकिन नदियों के मुहाने पर बने कुछ अवैध इमारतों को अचानक पानी का प्रवाह बढ़ने के कारण नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू प्रांत के अन्य जिलों से भी भारी बारिश की खबरें प्राप्त हुई हैं। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार को हल्की बारिश हुई, जिससे मौसम के अधिकतम तापमान में औसत से दो-तीन डिग्री की गिरावट आई। इस बीच, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बारिश के बाद कृष्णा नदी फिर से ऊफान पर है। नतीजतन आंध्र प्रदेश में पहले से ही भरे हुए बांधों के जलस्तर और बढ़ गया। भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और सप्ताहांत में राज्य के सौराष्ट्र-कच्छ इलाके में भारी बारिश का अनुमान लगाया है।