इन कैदियों को पंजाब में उग्रवाद के दौरान विभिन्न आपराधिक गतिविधियों के आरोप में कोर्ट ने सजा सुनाई थी.
गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर केंद्र सरकार मानवीय आधार पर आठ सिख कैदियों को रिहा करेगी. ये कैदी देश भर की विभिन्न जेलों में बंद हैं. गृह मंत्रालय ने शनिवार को इसकी घोषणा की.
पंजाब में उग्रवाद के दौरान लगे थे आरोप
इन कैदियों को पंजाब में उग्रवाद के दौरान विभिन्न आपराधिक गतिविधियों के आरोप में कोर्ट ने सजा सुनाई थी. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि विशेष छूट देते हुए सिख कैदियों को राहत दी जाएगी.
विशेष व्यवस्था के तहत राहत
उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने देश की विभिन्न जेलों में बंद नौ सिख कैदियों को विशेष व्यवस्था के तहत राहत देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि एक सिख कैदी की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदला जाएगा.
कैदियों की समय से पहले रिहाई
बाकी आठ मामलों में विशेष माफी के तहत आजीवान कारावास और अन्य सजा काट रहे कैदियों की समय से पहले रिहाई की जाएगी. सरकार ने इस संबंध में राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को कैदियों की रिहाई का निर्देश भेज दिया है.
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर भी विचार
इस बीच महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर केंद्र सरकार कुछ और कैदियों को सजा पूरी होने से पहले रिहा करने पर विचार कर रही है. स्कीम फॉर स्पेशल रीमिशन के तहत पहले दो चरणों में देशभर के जेलों में बंद 1424 कैदियों को रिहा किया जा चुका है. स्कीम का तीसरा चरण 2 अक्टूबर 2019 को चलेगा.