यूपी की राजधानी लखनऊ में सुन्नी सोशल फोरम की ओर से शनिवार को एक जलसे का आयोजन किया गया. इसमें सुन्नी सोशल फोरम ने बकरीद पर जानवरों की कुर्बानी को गलत करार देते हुए मुसलमानों से अपील की कि सेवइयां खाकर ईद मनाएं न कि पशु-पक्षियों को कुर्बानी करके, क्योंकि इंसान हो या जानवर उसको मारना गलत है और जीव हत्या से आपदा आती है.
लखनऊ: सुन्नी सोशल फोरम की ओर से लखनऊ के नेहरू एनक्लेव में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सुन्नी सोशल फोरम के राष्ट्रीय संयोजक राजा रईस ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में कुर्बानी जायज नहीं है, क्योंकि हदीस में कहा गया कि पशु-पक्षी अल्लाह की रहमत है. राजा रईस ने कहा मेरे अल्लाह को खून पसंद नहीं है इसलिए पशु हत्या का हम सब विरोध करते हैं.
वहीं राज खान ने कहा मरते समय इंसान हो या जानवर उसके शरीर से नकारात्मक तरंगे निकलती हैं. उससे संपूर्ण वातावरण पर बुरा असर पड़ता है और सभी मनुष्यों में हिंसा की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसके कारण पाप और हिंसा तेजी से बढ़ रहा है.
मुसलमानों का बड़ा त्योहार बकरीद काफी करीब है. बकरीद में बड़े पैमाने पर जानवरों की कुर्बानी दी जाती है. ऐसे में सुन्नी सोशल फोरम की ओर से बकरीद के दौरान जानवरों को कुर्बान करने को गलत बताया गया है, जो विवादों का कारण भी बन सकता है.